(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां- खीरी लखीमपुर 10 सितंबर। रमियाबेहड़ ब्लॉक में एक ऐसा विद्यालय उभरकर सामने आया है, जो निजी विद्यालयों को टक्कर दे रहा और यहां निजी विद्यालय जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं। रमियाबेहड़ के अति पिछड़े, बाढ प्रभावित क्षेत्र, घाघरा नदी के किनारे बसे हौकना गांव का संविलियन विद्यालय इतना शानदार है कि इसके आगे निजी स्कूल भी नही टिकते। यहां की व्यवस्था और शिक्षा निजी स्कूलों से बेहतर है। यहां बच्चों को प्रोजेक्टर से पढ़ाई कराई जाती है। विद्यालय के नवाचारों के आलोक में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अभिनव पहल “best school of the week” के तहत इस सप्ताह का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनने का खिताब अपने नाम दर्ज किया।

प्रिंसिपल रविन्द्र अलूना और शिक्षकों के प्रयासों से विद्यालय के परिसर, दीवारों पर शानदार पेंटिंग, लाइब्रेरी, लैब,कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास, रसोई घर तथा शौचालय सभी साफ-सुथरे हैं तथा पूरा परिसर आकर्षक एवम् सजावटी पेड़-पौधों से भरा है।बच्चों की बढ़ती संख्या स्कूल में बदलाव की कहानी बयां कर रही है। विद्यालय का कुल नामांकन 509 है, तथा अभी भी नामांकन प्रक्रिया जारी है। विद्यालय मे कुल सात अध्यापक-अध्यापिकाएं है, जिनमें 05 पुरुष तथा 02 महिला अध्यापक है। विद्यालय के सभी कक्षाओं के लगभग 50 फ़ीसदी बच्चे निपुण हो चुके तथा शेष बच्चों को भी निपुण बनाने के लिए प्रयास जारी है। बच्चों को पढ़ाने के लिए गणित एवं विज्ञान किट का प्रयोग किया जाता है। तथा सभी बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा भी अनिवार्य रूप से दी जा रही है। विद्यालय में प्रा० एवं उ.प्रा० स्तर के लिए अलग-अलग खेल किट उपलब्ध है। जिसके जरिए बच्चों को इन्डोर-आउटडोर खेलों की प्रतियोगिताएं कराई जाती है। छात्रा-छात्रा न्याय पंचायत, ब्लॉक स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। कई छात्र-छात्रा जिला, मण्डल स्तर पर भी विद्यालय का प्रतिनिधित्व कर चुके।

ये रही उपलब्धियां
संविलियन विद्यालय हौकना ब्लॉक का सबसे पहला विद्यालय है, जिसमें वर्ष 2017 में लैब (प्रयोगशाला) स्थापित हुई। इं० प्रधानाध्यापक रविन्द्र अलूना, शिक्षक अनुज ने अपने निजी खर्च से विद्यालय मे कम्प्यूटर की व्यवस्था कर ब्लॉक की सबसे पहली कम्प्यूटर लैब शुरू की। कायाकल्प मिशन के सबसे पहले सभी 19 पैरामीटर पूराकर सम्मान अर्जित किया। ब्लॉक की पहली स्मार्ट क्लास वर्ष 2018 में विद्यालय में स्थापित हुई, जिसमें प्रोजेक्टर से शिक्षक तकनीकी विधा प्रयोग कर शिक्षण कार्य चल रहा। आधुनिक सुविधायुक्त पुस्तकालय है, जिसमें करीब 1300 पुस्तकें हैं। सीनियर छात्र पुस्तकालय प्रभारी है, जो बच्चों को पुस्तकों का आवंटन करते है।

प्रधानाध्यापक रविन्द्र अलूना की विद्यालय के प्रति सजगता से ही विद्यालय कई बार सम्मानित हुआ। विद्यालय को वर्ष 2017, 2020 व 2022 में उत्कृष्ट विद्यालय का पुरस्कार मिला। मिशन कायाकल्प के क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2020 व 2022 में जिलाधिकारी महोदय द्वारा सम्मान प्रदान किया गया है। शैक्षिक नवाचारों के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए वर्ष 2018 तथा 2019 में डॉयट प्राचार्य, 2017, 2018, 2021 में आदर्श शिक्षक के रूप बीईओ तथा 2021 में ही शिक्षक दिवस पर विधायक ने सम्मानित किया।प्रधानाध्यापक रविंद्र, विद्यालय स्टाफ के कठिन परिश्रम का ही परिणाम रहा कि बहुत से बच्चों ने निजी स्कूलों से नाम कटवाकर इस विद्यालय में दाखिला कराया। संविलियन विद्यालय हौकना ना सिर्फ भौतिक परिवेश में अपितु शिक्षण एवम् अधिगम में भी निजी विद्यालयों से भी आगे रहकर सुदूर क्षेत्र में भी शिक्षा की अलख जगा रहा।

बाल संसद एंव मीना मंच:
बच्चों में नेतृव की भावना विकसित करने के उद्देश्य से बाल संसद तथा मीना मंच गठित है। जिससे बहुत सी समितियां यथा पुस्तकालय, खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम,उद्यान, MDM, प्रार्थना तथा शिक्षण समितियां विद्यालय संचालन में मुख्य भूमिका निभाती हैं। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान में छात्र-छात्राओं ने जनपद स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी कार्यक्रम में स्थान प्राप्त किया तथा विभाग द्वारा छात्रों को लखनऊ विज्ञान केन्द्र तथा देहरादून एक्सपोजर विजिट भी करायी गई। विद्यालय का एक व्हाटसएप ग्रुप है, जिसमे बच्चों के माता-पिता को जोड़ा गया, जिसपर विभिन्न शिक्षण सामग्री प्रेषित की जाती है। विद्यालय के हर कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंध समिति तथा अभिभावकों शामिल रहते हैं।

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