(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां(खीरी) जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में काकोरी ट्रेन एक्शन के स्वर्ण जयंती वर्ष पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी कार्तिकेय सिंह ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन भारतीय स्वाधीनता आंदोलन का अहम अध्याय है।हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोशियसन के कुशल नेतृत्व में 9अगस्त1925 को लखनऊ के निकट काकोरी स्टेशन पर लखनऊ जाने वाली ट्रेन से शस्त्र क्रांति के सफल आगाज हेतु क्रांतिकारियों ने8000रुपये लूट लिये।इस घटना को अंजाम देने में रामप्रसाद बिस्मिल, रोशन सिंह,अशफाक उल्ला खान,शचीन्द्रनाथ सान्याल व राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी का प्रमुख योगदान था।2वर्ष4माह मुकदमा चला,19दिसम्बर1927 को इन अमर शहीदों को फांसी दे दी गई।इनका बलिदान स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा।प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार भाटी ने कहा कि मनजीत सिंह राठौर ने लेजिस्लेटिव कॉउंसिल के78 सदस्यों से हस्ताक्षर करवाकर,लाला लाजपत राय,मदनमोहन मालवीय व गोविंदबल्लभ पंत से मिलकर इन क्रांतिकारियों की सजा माफ कराने का प्रयास किया।लेकिन तत्कालीन प्रसिद्ध अधिवक्ता पंडित जगतनारायण मुल्ला ने इन क्रांतिकारियों का मुकदमा लड़ने से मना कर दिया।उन्होंने बिर्टिश शासन का सरकारी वकील बनकर मुकदमा लड़ा।इन्ही की पैरोकारी के कारण इन क्रांतिकारियों को फाँसी की सजा हुई।आज भी पंडित जगत नारायण मुल्ला के परिजन लोकतंत्र में मौज कर रहे हैं, उन अमर बलिदानियों के परिजन परेशानियां झेल रहे हैं।यह देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है।विद्यालय की नोडल अधिकारी आकृति गुप्ता ने कहा कि अमर शहीदों का वंदन,अभिनन्दन ही राष्ट्र आराधना है।हमारी भावी पीढ़ी को इनकी गौरवशाली गाथाओं से पल्ल्वित व पुष्पित होना चाहिए।तभी भारत माता परमवैभव पर विराजमान हो सकती हैं।इस अवसर पर अशोक वाजपेयी, अखिलेश वर्मा,माया वर्मा,सविता,रचना मिश्रा, निहाल सहित तमाम विद्यालय परिवार की सार्थक उपस्थिति रही।कार्यक्रम का सफल संचालन विज्ञान शिक्षिका कृतिका वर्मा ने किया।