(न्यूज़  -राजीव ‌गोयल)

पलियाकलां- (खीरी )विकासखंड बांकेगंज की ग्राम पंचायत पहाड़नगर में निर्माणाधीन पानी की टंकी के चारों ओर लगाई गई चादर एंगल सहित गुरूवार की शाम आई तेज आंधी से उड़कर पास के मकानों पर गिरी जिससे रामेश्वर पुत्र मुला के सिर में काफी चोटे आई। लोग आनन फानन में लेकर स्थानीय चिकित्सक के पास पहुंचे। कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए।
ग्राम पंचायत पहाड़नगर में टीन के चादरों की बन रही पानी की टंकी पहाड़नगर के निवासियों के लिए आज खतरे की घंटी साबित हुई। गुरुवार की शाम आई तेज आंधी के झोंके से गांव से लगभग 200 मीटर की दूरी पर बन रही पानी की टंकी से टीन की चादरें एंगल सहित उड़कर गांव में एक मकान पर गिरी जिससे मकान पूरी तरह चादरों से ढक गया। मकान का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त भी हो गया। चीख पुकार मच गई। उसके बाद गांव के लोग इकट्ठे होने लगे। घर में रह रहे रामेश्वर पुत्र मूला को सिर में काफी चोटें आई उन्हें तुरंत प्राइवेट हॉस्पिटल में भेजा गया। महेंद्र पुत्र रामेश्वर का पूरा मकान क्षतिग्रस्त हो गया तथा रिंकू पुत्र रामेश्वर का छप्पर तहस-नहस हो गया। ग्राम प्रधान पति विनोद भारती ने तत्काल इसकी सूचना जे ई और अन्य अधिकारियों को दी।
टीन के निर्माणधीन टंकी से मकान के क्षतिग्रस्त होने से कई लोगों ने ग्राम प्रधान से आक्रोश दिखाते हुए कहा कि अगर टंकी बनवानी ही थी तो पक्की टंकी बनवाते टीन की टंकी बनवाने की क्या जरूरत थी। अभी हम लोगों की जान चली जाती है तो कौन जिम्मेदार होता। इस पर ग्राम प्रधान ने यही कहा कि विभाग और अधिकारी जो निर्देश देते हैं। उसी के आधार पर कार्य होता है। इसके लिए मैं किसी तरह से जिम्मेदार नहीं हूं। समाचार लिखे जाने तक कुकरा चौकी इंचार्ज और एक सिपाही के अलावा घटनास्थल पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा था।
इस घटना के बाद ग्रामीण डरे सहमे हैं। उनमें विभाग के प्रति आक्रोश भी है। अधिकारियों के पहुंचने के बाद ग्रामीणों का रुख क्या होगा यह देखने की बात होगी।जे ई मनोज चौहान ने बताया कि पहाड़ नगर में टीन की पानी की टंकी का निर्माण होना था अभी काम अधूरा था ऊपर ढक नहीं पाया था इसलिए तेज आंधी आने से उसमें हवा भर गई और वह उड़ गया। अगर ऊपर काम पूरा हो गया होता तो शायद यह स्थिति नहीं आती।

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