(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां(खीरी)‌जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में काकोरी कांड के अमर शहीदों का 

 97वां बलिदान दिवस सार्थकता के साथ मनाया गया।इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार भाटी ने कहा कि अमर शहीदों का अभिनन्दन ही सच्ची राष्ट्र आराधना है।उन्होंने कहा कि 9अगस्त1925 को पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में सहारनपुर से लखनऊ जा रही ट्रेन से बिर्टिश खजाना अपने कब्जे में ले लिया।इस धन से भारतमाता को आजाद कराने के लिये जारी सशत्र क्रांति को नवीन दिशा मिली।इस घटना को अंग्रेजी हुकूमत ने अपने लिये चुनोती माना।अपनों की दगाबाजी से इस कांड के नायक रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान व रोशन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।तत्कालीन सरकारी वकील पंडित मोतीलाल नेहरू व उनके रिश्तेदार वकील पंडित जगतनारायण मुल्ला की जबरदस्त पैरवी से तीनों क्रांतिकारियों को19दिसम्बर1927 को  फांसी की सजा मिली।विज्ञान शिक्षिका माया वर्मा ने कहा इन तीनों शहीदों के परिजन आज गुमनामी जीवन जी रहे हैं, जबकि पंडित मोतीलाल नेहरू के वंशज देश के शीर्ष पदों पर रहे।पंडित जगतनारायण मुल्ला लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति,जज व उनके पुत्र आनन्द नारायण मुल्ला लोकसभा व राज्यसभा में रहे।इससे बड़ी विडंबना कोई हो नहीं सकती है।आज आवश्यकता है कि देश की भावी पीढ़ी ऐसे तत्वों को समझे।राष्ट्र के शहीदों के जीवन से बाल प्रतिभाएं पल्लवित हों,ऐसा यथार्थ प्रयास हम सभी को करना चाहिए।कार्यक्रम का शुभारंभ भारतमाता व तीनों अमर शहीदों के पूजन व अर्चन से हुआ।कार्यक्रम का सफल संचालन कृतिका वर्मा ने किया।इस अवसर पर अवधेश वाजपेयी, अतुल सिंह,रचना मिश्रा सहित विद्यालय की तमाम छात्राओं की सार्थक उपस्थिति रही।

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