(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां-खीरी लखीमपुर 23 नवंबर। उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप जनपद वासियों को आयुष मिशन के कार्यक्रमों का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से जिला आयुष समिति तथा नकली, भ्रामक एवं मिलावटी आयुर्वेदिक व यूनानी औषधियों के विक्रय पर अंकुश लगाए जाने के उद्देश्य से गठित समिति की गुरुवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक संपन्न हुई।
डीएम नें जिला आयुष समिति की बैठक की समीक्षा करते हुए कहा कि आयुष के तहत नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए शासन संकल्पित है। उप्र शासन द्वारा जनपद में जो आयुष मिशन के कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं, उनका व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित कराया जाए, ताकि जनपद के अधिक से अधिक लोग आयुष मिशन के कार्यक्रमों का लाभ उठा सकें एवं जनपद में संचालित योग वैलनेस सेंटर का मानकों के अनुरूप संचालन करते हुए अधिक से अधिक लोगों को योग के लिए प्रेरित किया जाए।
डीएम ने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि जनपद में नकली, भ्रामक एवं मिलावटी आयुर्वेदिक यूनानी औषधियां के विक्रय पर रोकथाम लगाने के लिए व्यापक जांच अभियान संचालित किया जाए, और यदि कोई भी नकली या भ्रामक, मिलावटी औषधियों का विक्रय करते पाया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाए। बैठक में डीएम ने हर्बल गार्डेन की स्थापना, रखरखाव, आईईसी लिफलेट्स, मुफ्तनिधि कंटीजेंसी, जिले में आयुर्वेद विभाग द्वारा संचालित 14 हेल्थ वेलनेस सेंटर एवं चार योग वैलनेस सेंटर , होम्योपैथिक विभाग द्वारा संचालित तीन हेल्थ वेलनेस सेंटर
की समीक्षा करके जरूरी निर्देश दिए।
बैठक में क्षेत्रीय यूनानी एवं आयुर्वेद अधिकारी डॉ हरवंश कुमार, जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ शैलेश प्रताप सिंह, प्रांतीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवा संघ शाखा लखीमपुर अध्यक्ष डॉ डालचंद, औषधि निरीक्षक सुनील रावत एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।