(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां-खीरी पलिया भीरा के मध्य शारदा नदी मे शतचंडी महायज्ञ के मद्देनजर की जा रही तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। रविवार को ध्वज पूजन,कलश यात्रा ,मंड़प प्नवेश,वेदीरचना कर यज्ञ का शुभारंभ होगा, जहां प्रतिदिन सायं 5:30 बजे आदि गंगा शारदा पूजन एवं दीप दीपावली का महापर्व हरसोला से मनाया जाएगा और माता शारदा की आरती की जायेगी,यह कार्यक्रम अनवरत सोमवार 27 नवंबर तक अनवरत की चलेगी।
नगर की प्रमुख धार्मिक संस्था आध्यात्मिक श्रीकुल सेवा संस्थान द्वारा क्षेत्र की पवित्र शारदा नदी तट पर रविवार से शुरू किए जा रहे 10 दिवसीय चौदहवां देवदीपावली महापर्व,शतचंडी, महायज्ञ, कल्पवास एवं देव दीपावली सहित श्रीमद् भागवत के आयोजन को लेकर इन दिनों तैयारियां जोरों से शुरू हो गई हैं।
संस्थान के संस्थापक आचार्य गोविंद माधव मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि इस हेतु यज्ञाचार्यों को पहले ही निमंत्रण पत्र भेजे जा चुके हैं, जबकि क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों एवं संभ्रांत व्यापारियों सहित अन्य लोगों को निमंत्रण कार्ड भेजे जा रहे हैं। बैनर, पोस्टर, परचे, होर्डिंग्स आदि भी लग रहे हैं। शारदा नदी पुल पर भी देव दीपावली व शतचंडी महायज्ञ के ध्वज लगा दिए गए हैं। यज्ञ मंडप सहित
श्रीमद् भागवत व भंडारे हेतु पंडाल एवं आचार्यों को ठहरने के लिए राऊटी आदि भी लगना शुरू हो गई हैं। यज्ञ में डाली जाने वाली समिधाओं सहित घी, हवन सामग्री, पूजन सामग्री ,पुष्प सहित विशाल भंडारे आदि की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कार्तिक मास में शारदा तट पर सर्व सुख शांति एवं क्षेत्र में फैली दैविक आपदाओं तथा महामारियों से निजात पाने हेतु सर्व कल्याणार्थ आयोजित किए जा रहे शतचंडी महायज्ञ, श्रीमद् भागवत एवं देव दीपावली व कल्पवास में सभी क्षेत्र वासियों से बढ़-चढ़कर भाग ले मोक्षदायिनी मां शारदा की आरती करने का निवेदन किया है। उन्होंने शतचंडी महायज्ञ के प्रारंभ में निकलने वाली कलश यात्रा में भाग लेने वाली महिलाओं तथा यज्ञ में बैठने वाले क्षेत्रवासियों से पहले ही संपर्क कर स्थान सुरक्षित करा लेने को भी कहा है।

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