(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां-खीरी एसडीम कार्तिकेय सिंह सीओ अरविंद कुमार वर्मा व स्टाफ ने महापर्व से संबंधित स्थान में शारदा घाट, फुलवरिया मुजहा व संपूर्ण नगर क्षेत्र के स्थानों का किया निरीक्षण।इस पर्व मे भगवान सूर्य और माता षष्ठी की आराधना की जाती है. वैसे आम तौर पर कई पर्व त्यौहार मे उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ दिया जाता है. लेकिन छठ महापर्व मे ढलते सूर्य यानी संध्या सय अर्घ दिया जाता है।छठ महापर्व में लोगों की आस्था जुड़ी रहती है. वही जो भी जातक संध्या आर्ग और सब का वर्ग भगवान सूर्य को हुए कहा कि छठ महापर्व मेंलोगों की आस्था जुड़ी रहती है।वही जो भी जातक संध्या आर्गऔर सुबह का वर्ग भगवान सूर्य कोदेता है उनकी सभी तरह केशारीरिक कष्ट और समस्या समाप्तहो जाती है. क्योंकि भगवान सूर्यजीवन में आने वाले सभी तरह केकष्ट को समाप्त करते हैं। वहीभगवान सूर्य सुबह दोपहर और शाम तीन समय में प्रभावी होतेहैं. जो सुबह के वक्त भगवान सूर्यकी आराधना करता है उनकी सेहततंदुरुस्त रहती है. सभी तरह केबीमारी समाप्त हो जाती है।जोदोपहर में भगवान सूर्य की आराधना करता है उनका यश बढ़ता है और जो ढलते सूर्य की अराधना करता है उनके घर में सुख वृद्धिहोती है।