(न्यूज़ -राजीव गोयल)
पलियाकलां- (खीरी)बांके गंज कस्बे में बाबा बुड्ढा जी के नाम को समर्पित गुरुद्वारा में मंगलवार को उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। पंजाब व यूपी के विभिन्न गुरुद्वारों से आए जत्थेदारों ने श्रद्धालुओं को अपने प्रवचनों से निहाल कर दिया।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बांकेगंज के गुरुद्वारा में बाबा बुड्ढा जी का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया गया। जिसमें स्थानीय व दूर दराज से आए सभी धर्मों के श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारे में मत्था टेका व साधु संतों का प्रवचन सुनकर खुद को निहाल किया।
बाबा बुड्ढा जी का जन्म सन 1506 ई. में अमृतसर के निकट नत्थूनंगल गांव में हुआ। उन्होंने सिखों के पांच गुरुओं को तिलक कर उन्हें गुरुगद्दी पर विराजमान किया। इनको शिक्ख समुदाय में गुरुओं के समान ही सम्मान दिया जाता है ।
चोला साहब पंजाब से आए कथावाचक ज्ञानी हरजीत सिंह, डाढी चण्डीगढ़ से मिल्खा सिंह, सुच्चा सिंह डेरा पठाना पंजाब से, गुरदेव सिंह हजूरी रागी जत्था रुद्रपुर से, हीरा सिंह हजूरी जत्था महगापुर से आये थे। जिन्होंने अपने प्रवचन से संगत को निहाल किया। महंगापुर से बाबा गुरनाम सिंह ने बाबा बुड्ढा जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। बाबा गुरुनाम सिंह ने श्रद्धालुओं से विनती की कि वे संगत में नशापानी करके न आयें।
सोमवार 23 अक्टूबर से खंड पाठ की शुरुआत के साथ ही मेले का शुभआरंभ हुआ। 24 अक्टूबर को सुबह दस बजे भोग के साथ लंगर की शुरुआत हुई। स्थानीय सिख समुदाय के अतिरिक्त दूरदराज के इलाके से भी भक्तगण मेले में शिरकत करने आए थे।श्रद्धालुओं ने बाबा बुड्डा जी गुरुद्वारे में मत्था टेका तथा लंगर का प्रसाद ग्रहण किया। तत्पश्चात पंजाब व यूपी के कई गुरुद्वारे से आए जत्थेदारों के प्रवचन सुने। तथा सत्संग का लाभ उठाया।