
(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलिया कलां (खीरी) 8 मार्च 2024 अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऐपवा जिला अध्यक्ष आरती राय ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस इस बात का प्रमाण है कि महिलाएं अगर एकजुट होकर को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें तो निश्चित रूप से वे अपने अधिकारों को हासिल कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि मेहनतकश महिलाओं ने सबसे पहले 8 मार्च मनाना शुरू किया और आज यह पूरी दुनिया की महिलाओं का दिन बन गया है, इसके बावजूद आज समाज जिस दिशा में जा रहा है वहाँ महिलाओं के हालात में सुधार के बजाय और बिगड़ता जा रहा है तथा शासन- प्रशासन उनके प्रति संवेदनहीन होते जा रहे हैं जिसका ताजा उदाहरण झारखंड के डुमका में विदेशी महिला से सामूहिक दुष्कर्म, वाराणसी में बी एच यू कैम्पस में क्षात्रा से दुष्कर्म से लेकर हाथरस, उन्नाव, शाहजहाँ पुर, गोरखपुर, कानपुर से लेकर लखीमपुर के घटनाओं के प्रति शासन का रवैया कितना निन्दनीय रहा है। बनारस में जो क्षात्रा के साथ परिसर के अंदर दुष्कर्म होता है, बलात्कारियों को पहचानने के बाद भी खुली छूट दी जाती है क्योंकि वह सत्ता धारी दल के आईटी सेल का पदाधिकारी है, इसके अलावा भी यहाँ पर हर घंटे में 90 बलात्कार की घटनाएँ हो रही हैं और हम नारी शक्ति का बंदन कर रहे हैं। इसलिए हमें अपनी दशा को सुधारने के लिए संगठित होना होगा जिससे संगठन के दम पर अपराधियो के मनोबल को तोड़ा जा सके। ऐपवा की जिला उपाध्यक्ष सुधा सिंह ने कहा कि हम ऐसे समाज में जी रहे हैं जहाँ पर बलात्कारीयों को पूजा जा रहा है जिसका उदाहरण गुजरात में महिलाओं के बलात्कारी का फूलों से स्वागत किया गया था।
सभा को ऐपवा की जिला कमेटी सदस्य सुनीता देवी, मनप्रीत कौर अंजू कुमारी, ज्योति मंजू मेहरा शर्मा, सुनीता शर्मा, रुबी शर्मा आदि ने किया। निवेदन उपस्थित महिलाएं – बेबी गुप्ता, शीव रानी, अनिता गिरि, राबड़ी, आदिथीं ।