(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- खीरी लखीमपुर 19 जनवरी। शुक्रवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में सीएम डैशबोर्ड में प्रर्दशित बिन्दु पन्द्रहवॉ वित्त/पंचम वित्त आयोग के तहत उपलब्ध धनराशि को व्यय न करने वाली सबसे खराब 20 ग्राम पंचायतों की समीक्षा की, संबंधित को जरूरी दिशा निर्देश दिए। बैठक का संचालन डीपीआरओ सौम्यशील सिंह ने किया।
उक्त ग्रामों की समीक्षा के दौरान पाया कि नरेन्द्र यादव, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम पंचायत सर्वा, तेन्दुआ ब्लॉक फूलबेहड व ग्राम प्रधान बडागॉव ब्लॉक पलिया, ग्राम प्रधान लुधौरी ब्लॉक निघासन एवं ग्राम प्रधान सिंगाही खुर्द ब्लॉक निघासन अनुपस्थित पाए गए, जिसपर डीएम ने सम्बन्धित से स्पष्टीकरण लिए जाने के निर्देश दिए।
डीएम ने कहा कि केंद्र एवं राज्य वित्त में उपलब्ध धनराशि को ग्राम पंचायत के सर्वांगीण विकास में उपयोग न करने वाली पंचायतो का आगामी बैठक में उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा। ऐसे ग्राम प्रधानों के विरुद्ध उप्र पंचायती राज अधिनियम की धारा 95-1-छ के तहत कठोर कार्यवाही की जाएगी। वही संबंधित सचिवों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
डीएम ने उपस्थित सचिवों से ग्रामवार समीक्षा की गई तथा निर्देश दिए कि पन्द्रहवॉ वित्त/ पंचम वित्त आयोग की उपलब्ध धनराशि को शीघ्र ही युद्ध स्तर पर कार्ययोजना में सम्मिलित कार्य यथा मिशन कायाकल्प एवं अन्य विकास कार्य को कराकर समस्त वित्तीय नियमों का पालन करते हुए नियमानुसार उपलब्ध धनराशि को व्यय करना सुनिश्चित करें। ताकि जनपद की रैकिंग में अपेक्षित सुधार हो सके। आगामी बैठक में उक्त के सम्बन्ध में समस्त सचिवों की सचिववार समीक्षा की जायेगी।
उक्त के अतिरिक्त समीक्षा के दौरान यह भी पाया कि पन्द्रहवाँ वित्त आयोग के अन्तर्गत ब्लॉक फूलबेहड़, बेहजम, ईसानगर, पलिया एवं रमियाबेहड़ तथा पंचम वित्त आयोग के अन्तर्गत ब्लॉक फूलबेहड, पलिया, नकहा, पसगवॉ एवं लखीमपुर की प्रगति जनपद में सबसे खराब पायी गई। उपस्थित एडीओ (पं०) को निर्देशित किया कि प्रतिदिन ग्राम पंचायत वार समीक्षा कर उपलब्ध धनराशि से कार्ययोजना के अनुरूप नियमानुसार विकास कार्यो को कराने, उपलब्ध धनराशि को व्यय कराना सुनिश्चित करें।
समीक्षा के दौरान डीपीआरओ, एडीपीआरओ, एडीओ (पं०), डीसी स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा०), जिला परियोजना प्रबन्धक तथा जिले में पन्द्रहवाँ वित्त आयोग एवं पंचम वित्त आयोग के अन्तर्गत सबसे खराब प्रगति वाली ग्राम
पंचायतों के ग्राम प्रधान तथा सचिव उपस्थित रहें।