(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां-खीरी लखीमपुर खीरी 04 दिसंबर। “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना” पखवाड़ा के माध्यम से भ्रूण हत्या व बाल लिंग अनुपात में सुधार को लेकर सोमवार को जिला महिला अस्पताल पर कन्या जन्मोत्सव का भव्य आयोजन हुआ। जिसमें नवजन्मी बालिकाओं के अभिभावको को बेबी किट मिष्ठान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कैलेंडर, बधाई पत्र आदि प्रदान किए। प्रशासन की इस पहल पर कन्याओं के जन्म लेने पर परिजनों में खुशियां और उत्साह देखने को मिला।
सीएमएस डॉ ज्योति मल्होत्रा ने कहा कि बेटियां बेटों से किसी भी मामले में कम नहीं होती है। हर माता-पिता को अपनी बेटियों को पढ़ने का अवसर जरूर देना चाहिए। जिस गति से शिशु लिंगानुपात घट रहा है। उससे आने वाले दिनों में कई तरह की सामाजिक समस्याएं आएंगी। बेटों की तुलना में बेटी माता-पिता का ज्यादा ख्याल रखती है।
महिला कल्याण अधिकारी आर्यमित्रा बिष्ट ने कहा कि हमें बेटी के जन्म पर भी खुशी मनानी चाहिए। देश, समाज के विकास के लिए बेटी की परवरिश पर बराबर ध्यान दिया जाएं।बेटियों की शिक्षा के प्रति लोग जागरूक बनें और उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही।
जिला समन्वयक निक्की गुप्ता ने कहा कि बेटियां लक्ष्मी, सरस्वती एवं दुर्गा मां का स्वरूप होती हैं। उनके होने भर से घर की शोभा बढ़ जाती है। बेटियों के जन्म पर बेटों के जन्म जैसा ही उत्सव मनाना चाहिए। रूढ़िवादी सोच को पीछे छोड़ बेटियों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इस दौरान प्रचार-प्रसार पंपलेट आदि वितरित किए। इस मौके पर हॉस्पिटल मैनेजर शिप्रा, हेल्प डेस्क मैनेजर सुष्मिता वर्मा सहित चिकित्सालय का स्टाफ एवं नव जन्मी कन्याओं के अभिभावक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।