(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां-खीरी लखीमपुर 04 दिसंबर। तहसील मितौली क्षेत्र के मैगलगंज गांव निवासी राधिका देवी पत्नी रज्जन लाल अपनी फरियाद लेकर सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित जनता दर्शन में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह के सामने उपस्थित होकर कहा कि साहब सत्यापन के दौरान कागजों में सचिव ने मुझे मृत दिखा दिया, जिस कारण मेरी पेंशन रोक दी गई है। डीएम ने तत्काल जिला समाज कल्याण अधिकारी को तलब किया। उसकी पेंशन तत्काल शुरू कराने की कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए। दोषी कर्मियों के खिलाफ जांच के निर्देश भी दिए हैं।
डीएम के निर्देश पर कलेक्ट्रेट पहुंचे डीएसडब्लूओ सुधांशु शेखर ने पूरे मामले को चेक कराया, जिसमें पेंशनभोगी महिला की शिकायत सही मिली। सत्यापन के दौरान सचिव ने फरियादी महिला को मृतक दिखा दिया, जिस कारण इसकी पेंशन ब्लॉक कर दी।
उन्होंने पेंशन को ऑन स्पॉट अनब्लॉक कराया। फरियादी महिला की केवाईसी कराते हुए विकास भवन स्थित इंडियन बैंक पहुंचकर एनपीसीआई कराया। अगले माह को मिलने वाली किस्त में महिला को पेंशन का लाभ मिलेगा। डीएम की दरियादिली से खुश होकर गरीब वृद्ध ढेरों दुआएं देता हुआ चैंबर से विदा हो गया। डीएम ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को यह भी निर्देश दिया कि सत्यापन की जांच कर दोषी अधिकारी व कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाए।
डीएम ने डीएसडब्लूओ से संबधित महिला की पेंशन रोके जाने को लेकर पूरी रिपोर्ट तलब की है। पेंशनभोगी महिला को सत्यापन में मरा दर्शाने के पीछे किसकी लापरवाही है। डीएम ने कहा कि किसी जिंदा व्यक्ति को कागजों में मृत दिखा देना गंभीर लापरवाही है। इस बात की जांच कराई जा रही है कि महिला का सत्यापन किसने किया था। लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ गंभीर कार्रवाई होगी। महिला का पेंशन बहाल करने के आदेश दिए गए हैं।