(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां(खीरी) स्थानीय जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में भारत छोड़ो आंदोलन की 80 वीं वर्षगाँठ बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनायी गई।इस अवसर प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार भाटी ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन भारतीय इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है।7अगस्त1942 को मुंबई कांग्रेस अधिवेशन में गाँधी जी ने क्रिप्स मिशन की असफलता,देश की कमजोर आर्थिक स्थिति,सरकारी आतंक,वर्मा में भारतीयों के साथ अमानवीय व्यवहार व द्वितीय विश्व युद्ध में भारतीयों को जबरन झोंकने के कारणों से खिन्न होकर अंग्रजो भारत छोड़ो आंदोलन का विचार बनाया।जिसे 8 अगस्त1942 को मूर्त रूप दिया गया।भारत का आम जनमानस इससे जुड़ गया।सम्पूर्ण देश में जनजागरण हुआ।बिर्टिश साम्राज्य के विरुद्ध भारत खड़ा हो गया।लेकिन अदूरदर्शिता व हिंसात्मक घटनाओं के कारण यह आंदोलन अपने अपेक्षित परिणामों को प्राप्त नहीं कर सका।सामाजिक विज्ञान शिक्षिका शालिनी चौधरी ने कहा कि मुस्लिम लीग ने इस आंदोलन का समर्थन नहीं किया, बल्कि अलगाव की भावना से प्रेरित होकर पाकिस्तान के विचार को जन्म देने का कार्य किया।मुस्लिम लीग ने आंदोलन की मुखालफत करते हुए 23मार्च1943 को पाकिस्तान दिवस भी मनाया।विद्यालय की नोडल अधिकारी आकृति गुप्ता ने कहा कि गांधी जी ने करो या मरो का नारा देते हुए भारत की जनता को इस आंदोलन से जोड़ने का सफल प्रयास किया।इस आंदोलन ने अंग्रेजी शासकों को भारत छोड़ने पर विवश कर दिया। विद्यालय की शिक्षिका शालिनी चौधरी को सफलतापूर्वक 7 दिवसीय आवासीय गाइड का प्रशिक्षण पूरा करके आने पर विद्यालय परिवार ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।इस अवसर पर रचना मिश्रा, अर्चना शुक्ला, माया वर्मा, सविता देवी,अवधेश वाजपेयी, अखिलेश वर्मा सहित छात्राओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।कार्यक्रम का सफल संचालन विज्ञान शिक्षिका कृतिका वर्मा ने किया ।