


(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी)दिनांक 22 अप्रैल 2025 को युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी के स्वर्ण जयंती सभागार में राजकीय अभिलेखागार, संस्कृति विभाग लखनऊ लखनऊ द्वारा उत्तर प्रदेश में स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज़ों /अभिलेखों की प्रदर्शनी प्रोफ़ेसर नूतन सिंह कार्यक्रम समन्वयक के नेतृत्व में लगायी गई
प्रदर्शनी का उद्घाटन 11:30 बजे आर्यकन्या महाविद्यालय लखीमपुर खीरी की प्राचार्या डॉ० गीता शुक्ला के कर कमलों से संपन्न हुआ।
तत्पश्चात् संपन्न हुई संगोष्ठी का सफल संचालन रचित कुमार असिस्टेंट प्रोफ़ेसर इतिहास विभाग ने किया ।
मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए राजनीति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर विजय प्रताप सिंह ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रकृति एवं इतिहास लेखन की प्रवृत्तियों पर चर्चा की ।
उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार लखनऊ से आए हुए आर्काइव एवं कंज़र्वेटर शैलेंद्र जी , संतोष जी तथा शिव कुमार जी ने इतिहास लेखन में अभिलेखों के उपयोग , अभिलेखों के रखरखाव, आर्काइव में इतिहास छात्रों के लिए रोज़गार के अवसरों की जानकारी दी।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन प्राचार्य प्रो० हेमंत पाल ने इतिहास लेखन में आर्काइव का समुचित उपयोग करने की जानकारी दी साथ ही इस बात पर ज़ोर दिया कि अभिलेखागार एवं महाविद्यालय के बीच करार किया जाएगा कि भविष्य में भी इस तरह के प्रदर्शनी लगायी जाती रहे ।
छात्राओं में जैनब ने बेगम हज़रत महल के योगदान पर तथा शोध छात्र यशवंत ने स्वतंत्रता आंदोलन में तवायफ़ों की भूमिका पर प्रकाश डाला ।
प्रदर्शनी देखने विभिन्न विद्यालयों के स्टूडेंट आये ।
प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश की स्वतंत्रता आन्दोलन के दस्तावेज थे । साथ ही लखीमपुर खीरी से जुड़े अनेक अभिलेख भी दिखाये गये।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षकों सहित छात्र छात्राओं की भारी मात्रा में उपस्थिति रही ।
