(न्यूज़ -नसीब सिंह)
पलियाकलां- (खीरी)संपूर्णानगर वन रेंज के अंतर्गत थाना हजारा के मरौनिया गांधीनगर की है। निवासी रवि प्रताप ने बताया कि उनके घर के बाहर शाम को पड्डा बंधा हुआ था। रात लगभग 3:00 बजे पड्डे के चिल्लाने की आवाज आई। उठकर घर के बाहर देखा तो पड्डा नहीं दिखा । शोरगुल किया गया। गांव के ग्रामीण भी एकत्र हो गए। पता चला कि बाघ पड्डे को गन्ने के खेत में खींच ले गया हैं। इसकी सूचना प्रधान व वन विभाग को दे दी गई। गांव के ग्रामीण रुद्र प्रताप सिंह ने बताया की घटना सुबह 3:00 बजे की हैं। वन विभाग को सूचना दी गई। लेकिन पांच घंटे बाद वन विभाग की टीम सुबह 9 बजे पहुंची हैं। टीम के पास न तो कोई ड्रोन था और ना ही पिंजरा था। डंडे और बंदूक लेकर टीम आई। ग्रामीणों को खेत में जाने से मना कर दिया। वन विभाग के पास कोई संसाधन नहीं हैं। आये दिन इस क्षेत्र में बाघ तेंदुए घूमते व पालतू जानवरों का शिकार करते हैं। ग्रामीणों में काफी दहशत का माहौल हैं। गन्ने के खेत में बाघ को लेकर काम्बिंग के लिए दो बजे तक वन विभाग की टीम ट्रेक्टर का इंतजार करती रही। ट्रेक्टर के अभाव में टीम गन्ने के खेत मे नही घुसी और मझगईं से जाली लगी वाले ट्रेक्टर मंगाने की बात कहती रही। ग्रामीणों ने कहा कि इतने समय तक कोई संसाधन नही, पड्ढे का शव कहा है बाघ किधर गया ये सब पता लगाने में टीम के पास कुछ नहीं हैं। हालांकि वन विभाग की टीम बाघ की निगरानी में लगी रही। काफी देर बाद वन विभाग के पास पिंजरा पहुंचा। बाघ को पकडऩे के लिए टीम ने गन्ने के पास में पिंजरे को लगाया है। इस संबंध में संपूर्णानगर वन क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि सूचना पर टीम पहुंची हैं। जिस पर पग चिन्हि बाघ के पाए गए हैं। जो पड्ढे को खींच के गन्ने के खेत मे ले गया। मझगईं डिवीजन से जाली वाला ट्रैक्टर मंगाया हैं। उसके आते ही खेत में काम्बिंग की जाएगी।