(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
लखीमपुर खीरी 31 जुलाई। जिले में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने के उद्देश्य से सोमवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कलेक्ट्रेट में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की प्रगति की समीक्षा की, संबंधित को जरूरी निर्देश दिए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की सुस्त गति पर कड़ी नाराजगी जताई। इनका गुणवत्तापरक निर्माण तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। मेडिकल कालेज निर्माण परियोजना व्यापक जनहित की हैं। इनमें किसी भी दशा में विलंब स्वीकार नहीं है। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर जोर दिया। चेताया कि निर्माण कार्यों में अनावश्यक लेटलतीफी पर जवाबदेही तय की जाएगी। कहीं कोई समस्या आ रही हो तो उन्हें एवं सीडीओ को जानकारी दें।
समीक्षा बैठक में डीएम ने मेडिकल कॉलेज के अस्पताल भवन विंग-ए, विंग-बी, विंग-सी, रेजीडेंट डॉक्टर हॉस्टल, नर्स हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज परिसर निर्माण की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की एवं संबंधित को दिशा निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान उत्तरदायित्व अफसरों ने बताया कि अस्पताल भवन विंग-डी ब्लॉक में वर्तमान में कार्यरत सिटी स्कैन की शिफ्टिंग का प्रस्ताव प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य उप्र शासन में लंबित है, जिसके कारण शिफ्टिंग का कार्य नहीं किया जा सका। डीएम ने सीएमओ, सीएमएस (पुरुष) को निर्देश दिए कि व्यक्तिगत प्रयास कर प्रेषित प्रस्ताव का यथाशीघ्र निस्तारण कराएं।
बैठक में सीएमएस डॉ ज्योति मल्होत्रा ने अवगत कराया कि मेडिकल कॉलेज निर्माण के चलते जिला महिला अस्पताल परिसर में जलभराव हो रहा, जिससे गर्भवती, धात्री महिलाओं को निकलने में असुविधा हो रही। डीएम ने कार्यदाई संस्था निर्देश दिए कि बिना किसी शिथिलता के जलभराव की समस्या से दो दिन के भीतर दूर कराए।
सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण समयबद्ध ढंग से गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। उन्होंने फेजवार निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की प्रगति जानी, जरूरी निर्देश दिए। कार्य में किसी भी प्रकार की समस्या आए तो तत्काल अवगत कराएं। बैठक में सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता, सीएमएस डॉ एससी श्रीवास्तव, सीएमएस डॉ ज्योति मल्होत्रा, कंसलटेंट एजेंसी डीएलएफ की टीम, डीएसटीओ अरविंद वर्मा सहित निर्माण संस्था से जुड़े प्रतिनिधि, अन्य संबंधित अफसर मौजूद रहे।