(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलिया कलां (खीरी) बजाज हिंदुस्थान शुगर लिमिटेड चीनी मिल पलिया के यूनिट हेड ओ पी चौहान द्वारा ग्राम  मरौचा , अतरिया , मकनपुर,मझगई  आदि गांवों में भ्रमण कर कृषकों से सम्पर्क करके गन्ने की फसल की लगातार निगरानी रखने की अपील की गई । उन्होंने किसानों को बताया कि तापमान में वृद्धि होने के कारण मौसम काफी गर्म हो रहा है जिस कारण गन्ने की फसल में कीटों का प्रकोप ज्यादा रहने की सम्भावना होती है , जिसमें चोटी बेधक ( भुण्डा ) , काला चिकटा , का प्रकोप  दिखाई दे रहा है । चोटी बेधक ( मुण्डा ) की पहचान पौधे की मध्य पत्ती में गोला छर्रे जैसे छेद होते जो कि पत्ती को खोल कर देखने पर समानान्तरण दिखाई पड़ते हैं । इसका मादा कीट सफेद रंग का होता है एवं उदर भाग पर गुलाबी गुच्छा होता है । इसकी मैकेनिकल रोकथाम के लिए ग्रसित पौधों को जमीन की सतह से काटकर खेत के बाहर मिट्टी में दबा दें रासायनिक नियंत्रण के लिए कोराजन / सिटीजन 150 मि.ली. प्रति एकड़ 400 लीटर पानी में मिलाकर पौधे की जड़ों के पास ट्रेंचिंग करें एवं 24 घण्टों के अन्दर सिंचाई अवश्य कर दें । काला चिकटा   एक प्रकार का चूसक कीट होता है जो पौधों की पत्तियों का रस चूसता है । इसकी रोकथाम के लिए डमिडाक्लोप्रिड 150 मि.ली. प्रति एकड 200 लीटर पानी अथवा क्लोरपाइरिफोस 500 मि . ली ० प्रति एकड़ 200 लीटर में छिड़काव करना चाहिए । चीनी मिल द्वारा कोराजन /सिटीजन छूट पर उपलब्ध कराया जा रहा है । क्षेत्रभ्रमण के समय  वरिष्ठ उप  प्रबन्धक प्रबंधक- गन्ना राजीव  तोमर, प्रवीन कुमार, यशवंत सिंह, अशोक मौर्य  उपस्थित रहे ।

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