(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां-(खीरी) प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए लगातार ड्रग इंस्पेक्टर छापामार अभियान चलाते हुए कार्रवाई करते नजर आ रहे हैं। भारत नेपाल बॉर्डर पर स्थित खजुरिया में मेडिकल स्टोर पर छापेमारी के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर ने बिना अभिलेख के पाई गई करीब तीस हजार की प्रतिबंधित दवाओं को पकड़ लिया। बरामद दवाओं को सीज करने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा लगातार चलाए जा रहे छापामार अभियान से प्रतिबंधित दवाओं का व्यापार करने वाले मेडिकल स्टोर स्वामियों में हड़कंप की स्थिति है।
डीएम के निर्देशन पर गुरुवार को एक बार फिर ड्रग इंस्पेक्टर सुनील कुमार रावत ने स्थानीय पुलिस व एसएसबी जवानों के साथ भारत नेपाल बॉर्डर पर स्थित खजुरिया में मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर के साथ संपूर्णानगर कोतवाली पुलिस व एसएसबी जवान शामिल रहे। इस दौरान ड्रग इंस्पेक्टर ने नेपाल रोड पर स्थित एकलव्य मेडिकल स्टोर पर औचक छापा मारा। कार्रवाई के दौरान उक्त मेडिकल स्टोर पर ड्रग इंस्पेक्टर को बड़ी मात्रा में नारकोटिक्स व साइकोटॉपिक औषधियां बरामद हुईं। निरीक्षण के दौरान दुकानदार के पास ड्रग इंस्पेक्टर को रिटेल का लाइसेंस उपलब्ध मिला। मेडिकल स्टोर पर बरामद नारकोटिक्स व साइकॉट्रॉपिक दवाओं को सीज करने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जानकारी देते हुए ड्रग इंस्पेक्टर सुनील कुमार रावत ने बताया कि बरामद दवाओं से संबंधित मेडिकल स्टोर स्वामी के पास किसी प्रकार के अभिलेख नहीं मिले जिसके चलते दवाओं को सीज करने की कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि बरामद दवाओं की कीमत करीब 30 हजार रुपए से ऊपर है। निरीक्षण के समय दो संदेह प्रद औषधि के नमूने भी जांच एवं विश्लेषण के लिए सील किए गए जिनको राजकीय विश्लेषक प्रयोगशाला सेक्टर सी अलीगंज लखनऊ भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि नारकोटिक्स एवं साइकॉट्रॉपिक दवाओं में अल्प्राजोलम, ट्रामाडोल एवं कोडिंग फास्फेट कंटेनिंग ड्रग पाई गई हैं।