(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- खीरी मोहम्मदी तहसील क्षेत्र में एसडीएम डॉ अवनीश कुमार की अगुवाई में पराली जागरुकता बैठको का सिलसिला बदस्तूर जारी है। मोहम्मदी तहसील के सभी ग्राम पंचायत स्तर पर फसल अवशेष प्रबंधन पर जागरूकता राजस्व विभाग के तत्वावधान में बैठक करायी जा रही हैं। मोहम्मदी तहसील प्रशासन ने क्षेत्र में अब तक कुल १३७ पराली बैठक का आयोजन कराया चुका है ।गत वर्ष मोहम्मदी तहसील क्षेत्र में पराली जलने की सर्वाधिक घटना अटवापिपरिया परगना में हुई थी जिसमें मूडानिजाम क्षेत्र में अधिक पराली जलाई गईं थीं इसलिए एस डी एम मोहम्मदी डा. अवनीश कुमार ने यहाँ क्षेत्र में बैठकर ग्रामीणों को पराली जलाने के दुष्प्रभाव बताये ।
एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार तहसील क्षेत्र के अलग-अलग गांव में दस्तक देकर पराली जलाने के दुष्प्रभाव बता रहे हैं। अफसरो ने ग्रामीणों को बताया कि फसल कटाई के दौरान प्रयोग की जाने वाली कम्बाइन हार्वेस्टर के साथ सुपर स्ट्रा मैनेजमेन्ट सिस्टम अथवा स्ट्रारीपर अथवा स्ट्रा रेक एवं बेलर अथवा अन्य कोई फसल अवशेष प्रबन्धन यन्त्र का उपयोग अनिवार्य रूप से हो तथा उक्त व्यवस्था बगैर कोई भी कम्बाइन हार्वेस्टर से कटाई न करने पाये। यदि कोई भी कम्बाइन हार्वेस्टर सुपर स्ट्रा मैनेजमेन्ट सिस्टम अथवा स्ट्रा रीपर अथवा स्ट्रा रेक एवं बेलर या अन्य फसल अवशेष प्रबन्धन यन्त्रों के बगैर चलते हुयी मिले तो उसको तत्काल सीज करते हुये कम्बाइन मालिक के स्वयं के खर्च पर सुपर स्ट्रा-मैनेजमेन्ट सिस्टम लगवाकर ही छोड़ा जाये। इस दौरान ग्रामीण विशेष कर किसानों को पराली न जलाने का संकल्प दिलाया गया।