(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर 24 जुलाई। उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय, उप्र द्वारा प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों व परम्परागत कारीगरों के विकास एवं उनके हुनर को नई पहचान दिलाए जाने के लिए प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना” संचालित है। उक्त आशय की जानकारी उपायुक्त उद्योग संजय सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि पारम्परिक कारीगरों के आजीविका के साधनों को मजबूत करते हुए उनके जीवन स्तर में सुधार लाये जाने के उद्देश्य से विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनान्तर्गत जनपद लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित ट्रेडों यथा बढई, नाई, दर्जी, कुम्हार, लोहार, सुनार, टोकरी बुनकर, राजमिस्त्री, हलवाई, मोची के कारीगरों को 06 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए आवेदन पत्र ऑनलाइन बेबसाइट www.diupmsme.upsdc.gov.in पर 05 अगस्त तक आमंत्रित किये है।
उन्होंने बताया कि योजनान्तर्गत आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक हो तथा आवेदक पारम्परिक कारीगरी क्षेत्र में कार्य करता हो, के चयनोपरान्त लाभार्थी को 06 दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण तथा टूलकिट प्रदान की जायेगी। विस्तृत जानकारी हेतु किसी भी कार्य दिवस में जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र से सम्पर्क स्थापित कर सकते है। साथ ही विश्वकर्मा श्रम सम्मान एवं ओडीओपी टूल किट प्रशिक्षण योजना से संबंधित आवेदकों को सूचित किया जाता है की जुलाई 2023 से पहले के भरे गए आवेदन पत्रों को नई गाइडलाइन के अनुरूप नए सिरे से आवेदन करे।