पलिया कलां ( खीरी) लखीमपुर खीरी, 22 नवंबर। डीएस कॉलेज मैदान इन दिनों मानो एक महाविवाह उत्सव की देहरी पर खड़ा है। अभी सिर्फ जर्मन हैंगर टेंट की स्टील–फ्रेमिंग उठी है, पर माहौल में त्योहार जैसा कम्पन पहले ही घुल चुका है। इतनी हलचल कि लगता है जैसे हवा भी तैयारियों का हिस्सा बन गई हो।
शनिवार सुबह सीडीओ अभिषेक कुमार जब स्थल पहुँचे, तो टेंट कर्मियों की हथौड़ों की “टिक-टिक” और रस्सियों की “फट-फट” से मैदान गूंज रहा था। कहीं कपड़े चढ़ रहे थे, कहीं स्टेज का एंगल नापा जा रहा था। पूरा परिसर एक बड़े सपने की शुरुआती नींव जैसा दृश्य पेश कर रहा था।
सीडीओ ने मौके पर पहुंचकर 451 नवयुगलों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम की तैयारियों को बारीकी से परखा। उनके साथ डीएसडब्लूओ वंदना सिंह, तेजस्वी मिश्रा, डीपीआरओ विशाल सिंह, डीसी-एनआरएलएम जितेंद्र कुमार मिश्र सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने वेदिकाओं के प्रस्तावित स्थान, बैठने की संभावित व्यवस्था, साफ-सफाई की रूपरेखा, रजिस्ट्रेशन काउंटर की प्लानिंग, ग्रीन रूम की लोकेशन, सामग्री वितरण प्वॉइंट, खानपान की लाइनिंग और सुरक्षा व्यवस्था हर बिंदु का मौके पर जाकर अवलोकन किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि व्यवस्था में सौहार्द, गरिमा और सुगमता स्पष्ट झलके। यह आयोजन हर जोड़े के जीवन में अविस्मरणीय स्मृति बने।
जिला प्रशासन इस बार समारोह को केवल सुव्यवस्थित ही नहीं, बल्कि भावनात्मक अनुभव से भरपूर बनाना चाहता है। इसी दिशा में स्थल पर आकर्षक सेल्फी पॉइंट, बड़ी एलईडी स्क्रीन और वधुओं की तैयारी के लिए विशेष मेकओवर कॉर्नर की जगह पहले ही चिन्हित कर दी गई है। परंपरागत माहौल को जीवंत करने के लिए शहनाई और मंगल ध्वनियों की निरंतर व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है।
सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि यह सिर्फ सरकारी आयोजन नहीं, 451 परिवारों के भविष्य को रोशन करने वाला सामाजिक पर्व है। हर व्यवस्था को हम व्यक्तिगत रूप से मॉनिटर कर रहे हैं ताकि कोई भी कमी न रह जाए। 25 नवंबर को डीएस कॉलेज परिसर में खुशियों, सद्भाव और नवजीवन के मिलन का अनूठा दृश्य देखने को मिलेगा, जब 451 जोड़े एक साथ नए सफर की ओर कदम बढ़ाएँगे।