(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलिया कलां (खीरी)लखीमपुर खीरी, 14 अक्टूबर। धान खरीद में पारदर्शिता और किसान हित सर्वोच्च प्राथमिकता है। यही सख्त संदेश सोमवार को एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने कृषि उत्पादन मंडी समिति, राजापुर के औचक निरीक्षण के दौरान दिया। उन्होंने मौके पर विभिन्न क्रय केंद्रों की व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया और प्रभारियों को निर्देशित किया कि शासन की मंशा के अनुरूप निष्पक्ष, समयबद्ध और पारदर्शी खरीद प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए।
एडीएम ने धान तौल प्रक्रिया, भुगतान रजिस्टर, भंडारण व्यवस्था और किसानों के सत्यापन की स्थिति का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र प्रभारी से धान की गुणवत्ता और खरीद की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। केंद्र प्रभारी ने बताया कि जिन किसानों का धान नमीयुक्त है, उनका धान मंडी परिसर में सुखाकर खरीदा जा रहा है। किसानों से लगातार अपील की जा रही है कि वे सूखाकर धान लेकर ही मंडी आएं, ताकि तौल और भुगतान की प्रक्रिया में कोई विलंब न हो।
एडीएम ने निर्देश दिए कि आने वाले किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान की बिक्री के लिए प्रेरित किया जाए, जिससे उन्हें उनके उपज का पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि खरीद प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही, गड़बड़ी या देरी पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय करते हुए तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि किसानों का सम्मान हमारी जिम्मेदारी है। धान खरीद में ईमानदारी और पारदर्शिता से ही शासन की मंशा पूरी होगी। बताते चलें कि जिले में कुल 124 धान क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें से कृषि उत्पादन मंडी समिति, राजापुर में विभिन्न क्रय एजेंसियों के 19 केंद्र संचालित हैं, जहां किसानों से सीधे धान की खरीद की जा रही है।