(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलिया कलां (खीरी,)लखीमपुर खीरी, 08 अक्टूबर। आगामी 12 अक्तूबर को होने वाली राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा एवं एसीएफ/आरएफओ (प्रा०) परीक्षा को लेकर बुधवार को गुरु नानक इंटर कॉलेज सभागार में कक्ष निरीक्षकों की महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक का संचालन एडीएम (न्यायिक) अनिल कुमार रस्तोगी ने किया।
बैठक की अध्यक्षता डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने की और उपस्थित सभी निरीक्षकों को स्पष्ट संदेश दिया कि आप सब इस परीक्षा की रीढ़ हैं, किसी की जरा सी चूक भी अभ्यर्थियों के भविष्य पर भारी पड़ सकती है। डीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि परीक्षा से जुड़ी जिम्मेदारी एक अत्यंत संवेदनशील कार्य है, जिसमें किसी भी स्तर पर की गई छोटी से छोटी चूक भी अक्षम्य मानी जाएगी।
डीएम ने कहा कि हर निरीक्षक को अपने दायित्वों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। परीक्षा से पहले सभी निर्देशों का अध्ययन करें और केंद्र पर समय से पहुंचें। उन्होंने जोर देकर कहा कि निष्पक्षता, पारदर्शिता और अनुशासन ही प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
एडीएम (न्यायिक) अनिल कुमार रस्तोगी ने बैठक में कक्ष निरीक्षकों को उनके कार्य-दायित्वों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने परीक्षा से जुड़ी हर छोटी-बड़ी प्रक्रिया, परीक्षा केंद्र पर प्रवेश, सीलिंग, उत्तर पुस्तिका संकलन से लेकर रिपोर्टिंग तक के बारे में विस्तारपूर्वक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि सतर्कता और समयपालन ही निष्पक्ष परीक्षा की कुंजी है।
आयोग के समन्वयी पर्यवेक्षक ने कक्ष निरीक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी परीक्षा व्यवस्था की सबसे अहम कड़ी हैं। आपकी सतर्कता और अनुशासन ही परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करते हैं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक निरीक्षक को आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करना होगा। किसी भी प्रकार की ढिलाई या लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा।बैठक में प्रशिक्षु आईएएस मनीष धारवे, डीआईओएस विनोद कुमार मिश्रा, आयोग के समन्वयी पर्यवेक्षक सहित बड़ी संख्या में कक्ष निरीक्षक मौजूद रहे।