(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलिया कलां (खीरी)लखीमपुर खीरी, 02 सितंबर। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही मंगलवार को उस समय उजागर हुई जब सीडीओ अभिषेक कुमार ने खमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। पहुंचते ही सीडीओ हैरान रह गए। पूरा परिसर अंधेरे में डूबा था। न लाइट, न जनरेटर। करीब आधे घंटे मशक्कत के बाद जब जनरेटर चला तो मालूम हुआ उसमें ईंधन ही नहीं डाला गया था। साफ हो गया कि बिजली जाने पर अस्पताल कभी जनरेटर पर नहीं चलता।
सीडीओ सीधे अधीक्षक के कक्ष में पहुंचे तो पता चला कि वे आवास पर आराम फरमा रहे हैं। इस दौरान 09 चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ भी गायब मिले। सीडीओ ने अधीक्षक का स्पष्टीकरण तलब करते हुए अनुपस्थित कर्मियों का एक दिन का वेतन काटने और चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान सीडीओ अभिषेक कुमार ने पाया कि बीते दो दिनों में हुई डिलीवरी की महिलाएं और नवजात वार्ड में मौजूद ही नहीं थे। जबकि नियम के अनुसार प्रसव के बाद 48 घंटे तक जच्चा-बच्चा को चिकित्सकीय निगरानी में रखा जाना और भोजन उपलब्ध कराना अनिवार्य है। और तो और, बच्चों को जन्म के तुरंत बाद दी जाने वाली जीरो डोज वैक्सीन तक नहीं लगाई गई थी। सीडीओ ने इसे घोर लापरवाही करार देते हुए सख्त नाराजगी जताई।
निरीक्षण में सीडीओ ने पाया कि जांच लैब की छत से पानी टपक रहा था। हालात यह थे कि कीमती जांच मशीनें प्लास्टिक से ढककर रखी गई थीं। इससे मरीजों की जांच की सुविधा प्रभावित हो रही थी। सीडीओ ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और चिकित्सालय भवन की मरम्मत के लिए सीएमओ को नियमानुसार त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
*गंदगी, जलभराव और बंद शौचालय*
अस्पताल परिसर में गंदगी, सीलन और जलभराव ने स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत खोल दी। प्रतीक्षालय की जगह दवाओं के बक्से रखे मिले। सीडीओ ने सख्त निर्देश दिए कि दवाओं को स्टोर में रखा जाए और प्रतीक्षालय को मरीज व परिजनों के उपयोग में लाया जाए। तीन शौचालयों में से दो बंद और एक गंदगी से भरा मिला। सीडीओ के औचक निरीक्षण ने स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोल दी। अफसरों की लापरवाही पर अब कार्रवाई तय मानी जा रही है।