(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलिया कलां (खीरी) नगर के श्रीकुल आश्रम पर गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर संस्था के आचार्य गण तथा पदाधिकारी मौजूद रहे। पश्चात एक कवि गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। जिसमें नगर के प्रमुख कवि मौजूद रहे। कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से तुलसी के जीवन चरित्र एवं उनकी रचनाओं पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया की रामचरितमानस विश्व का सबसे लोकप्रिय ग्रंथ माना जाता है। रामचरितमानस की रचना 2 वर्ष 7 माह 26 दिन में संपन्न हुई थी तुलसीदास ने स्वयं लिखा ,”संवत सौलह सौ इकतीसा करउं कथा हरि पद धरि सीसा। नौमी भौमवार मधुमासा अवधपुरी यह चरित प्रकासा।”