(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी)पर्यावरण प्रेमी एवं समाजसेवी डॉ आई ए खान पुत्र डा इज़हार अहमद खान उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के एक छोटे से गाँव सम्पूर्णानगर के निवासी हैं इन्होंने सम्पूर्णानगर, लखनऊ और जयपुर से स्कूली शिक्षा प्राप्त की स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद पिता के छोटे व्यवसाय को संभाला और साथ ही लोगों की बेहतरी के लिए काम किया। बचपन से ही बहुत दयालु व्यक्ति रहे हैं। इनका ध्यान हमेशा समाज के कल्याण पर रहा है तथा पर्यावरण को संरक्षित करना एवम् राष्ट्र की सेवा ही इनका धर्म है। अपने व्यवसाय को संभालने के साथ जरूरतमंद लोगों की बेहतरी के लिए भी काम किया बीमार लोगों के बेहतर इलाज के लिए आर्थिक सहायता, बाढ़ क्षेत्र में दवा वितरित की, सैनिटरी किट दिए, ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा जागरूकता कार्यक्रम में भी काम किया पर्यावरण की रक्षा के लिए हजारों पौधे सड़क तथा खेतों में लगाए एवम् मुफ़्त में लोगों को बाटने के साथ जागरूक भी किया। कोरोना काल के दौरान मुफ्त ऑक्सीजन, दवाएं, राशन आदि वितरित किया। इन्होंने स्कूलों में साफ़ सफाई, सी पी आर, कोरोना टीकाकरण, रक्तदान आदि के बारे में लोगों को जागरूक किया, किसी भी धर्म का कोई भी प्रोग्राम हो उसकी सेवा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है अग्नि एवं बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करना, किसी भी धर्म जाति के व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर यदि उसके परिवार के लोग अंतिम संस्कार करने में सक्षम नहीं हैं तो अंतिम संस्कार करवाने में मदद करना तथा विकलांग जनों को हर साल बैसाखी आदि बाटते हैं। ये कई एन.जी.ओ का हिस्सा हैं जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में समाज की बेहतरी के लिए काम किया। इनके जीवन का उद्देश्य जरूरतमंद लोगों की मदद करना और प्रकृति को संरक्षित करना है अभी तक आइकन ऑफ़ एशिया, शान ए लखीमपुर, पर्यावरण रक्षक, कोरोना वैरियर, शान ए राजपूताना आदि कई सम्मान पा चुके हैं
डा ख़ान का कहना है कि जो भी कार्य आप को सौपा गया है यदि आप उस कार्य को पूरी ईमानदार एवं निष्ठा से करते हैं तो ये भी एक देशभक्ति है ।