(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां (खीरी )
जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में महान भौतिकी वैज्ञानिक व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सर संघचालक प्रो राजेन्द्र सिंह उर्फ़ रज्जू भैय्या की 22वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार भाटी ने कहा कि रज्जू भैय्या त्याग व समर्पण की प्रतिमूर्ति थे। उनका सम्पूर्ण जीवन सहजता व सरलता की मिशाल है।उनका जन्म 29जनवरी 1922 को बुलंदशहर जनपद के बनेल गाँव में हुआ था। उनके पिताजी बलवीर सिंह देश के पहले IES थे। उनके दो भाई IAS थे। उन्होंने 1939 से 1943 तक इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण की। स्नातकोत्तर में प्रयोगात्मक परीक्षा में इनके परीक्षक डॉ सीवी रमन थे। उन्होंने इनसे प्रभावित होकर कहा था कि भौतिकी में मेरे व आपके ज्ञान में कोई अंतर नहीं है। इन्होने 1967तक इलाहाबाद विश्वविद्यालय में विभिन्न पदों पर काम किया।इसके बाद इन्होने अपना पूरा जीवन संघ के लिए समर्पित कर दिया। ये 1978में संघ के सर कार्यवाह व 1994में सर संघचालक बने। 2000तक इस दायित्व का उन्होंने बखूबी निर्वहन किया। खराब स्वास्थ्य के चलते ये इस दायित्व से स्वयं मुक्त हो गये।आजीवन भारतमाता की सेवा में लगे रहे। नोडल अधिकारी आकृति गुप्ता ने कहा कि रज्जू भैय्या जीवन भर देश व समाज के संवर्धन में लगे रहे। उनका एक ही सपना था, शिक्षित व समृद्ध भारत का निर्माण। कार्यक्रम का संचालन नीलम कश्यप ने किया। इस अवसर पर सुमन गुप्ता, कलाकान्त, रचना मिश्रा व माया वर्मा सहित तमाम छात्राओं की उपस्थिति रही।