(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर खीरी, 07 जुलाई। जिले में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को लेकर प्रशासन द्वारा गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल सभागार में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की अध्यक्षता में जिला भूमि एवं जल संरक्षण समिति तथा जिला मिशन समिति की बैठक आयोजित की गई।

*समयबद्ध और पारदर्शी क्रियान्वयन पर डीएम का जोर*
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि भूमि व जल संरक्षण योजनाएं समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी तरीके से पूरी हों। उन्होंने कहा कि यह प्रयास न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी हैं, बल्कि कृषक आय वृद्धि और जल संकट से निपटने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। डीएम ने ग्राम स्तर पर जागरूकता बढ़ाने और स्थानीय जरूरतों के अनुसार योजनाओं की प्राथमिकता तय करने पर भी बल दिया।

*योजनाओं की प्रगति पर विस्तृत चर्चा*
भूमि संरक्षण अधिकारी बी.एन. उपाध्याय ने गत वर्ष की बैठक की कार्यवृत्ति समिति के समक्ष प्रस्तुत की। इसके बाद उन्होंने जनपद में संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। बताया कि जनपद में कार्यरत भूमि संरक्षण की दो इकाइयों द्वारा पं. दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना, खेत तालाब योजना, वर्षा सिंचित क्षेत्र RAP योजना व मनरेगा के अंतर्गत विभिन्न कार्य कराए जा रहे हैं।

बैठक में खेत तालाब योजना के तहत 50 तालाबों के निर्माण हेतु ₹26.25 लाख का अनुदान प्रस्तावित किया गया। वहीं RAP योजना के अंतर्गत 94.50 हेक्टेयर भूमि पर कार्य हेतु ₹50.40 लाख की वित्तीय व्यवस्था प्रस्तावित की गई। इसके अतिरिक्त, मनरेगा योजना के माध्यम से 389.40 हेक्टेयर क्षेत्र में जल संरक्षण संबंधी कार्य प्रस्तावित हैं। इन सभी कार्यों को कराए जाने हेतु डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने अनुमोदन प्रदान किया।

बैठक में उप कृषि निदेशक गिरीश चन्द्र, भूमि संरक्षण अधिकारी (गोमती) सुभाष चन्द्र, भूमि संरक्षण अधिकारी (जिला योजना) बी.एन. उपाध्याय, नामित विभागीय अधिकारी व प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।

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