(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां-( खीरी)लखीमपुर खीरी, 01 जुलाई। “डॉक्टर्स-डे” के अवसर पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु वैक्सीनेशन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने सीडीओ अभिषेक कुमार, सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ वाणी गुप्ता, सीएमएस डॉ ज्योति मल्होत्रा, डॉ आरके कोली संग दीप जलाकर शुभारंभ किया।

*वैक्सीन है सुरक्षा का कवच, बेटियों का बचपन सुरक्षित बनाएं : डीएम*
कार्यक्रम में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने न केवल स्वयं अपने बच्चे को सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन दिलवाने के लिए हामी भारी, बल्कि जिलेवासियों से भी अपील की कि वे इस गंभीर रोग से बचाव के लिए वैक्सीनेशन अवश्य करवाएं। उन्होंने कहा कि वैक्सीन सुरक्षा का कवच है, इसे अपनाकर हम आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित कर सकते हैं।

कहा कि आईएमए द्वारा सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीनेशन जागरूकता की दिशा में सराहनीय पहल की गई है। सभी स्कूलों से अपील है कि वे इसमें सक्रिय भागीदारी करें, ताकि आने वाली पीढ़ी का स्वास्थ्य और भविष्य दोनों सुरक्षित हो सके।

सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि यह सिर्फ स्वास्थ्य का नहीं, बल्कि जनचेतना और जिम्मेदारी का विषय है। सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु वैक्सीनेशन एक प्रभावी उपाय है।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि सभी सरकारी व निजी विद्यालयों में वैक्सीनेशन से संबंधित जानकारी व जागरूकता सामग्री वितरित की जाएगी।

*विशेषज्ञ बोले, यह टीका जितना जल्दी, उतना असरदार*
जिले की प्रमुख स्त्री रोग विशेषज्ञों ने मंच से अपने विचार साझा किए और सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी। महिला चिकित्सको ने यह बताया क़ि यह वैक्सीन जितनी जल्दी लग जाये उतना प्रभावशाली है, 09 वर्ष से 14 वर्ष की बालिकाओ को 02 डोज़ तथा 14 वर्ष ऊपर 45 वर्ष तक की महिलाओ को 03 डोज़ लगाने जरूरी हैँ।

इस अवसर पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने जिले के उन प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने मेडिकल (NEET) एवं इंजीनियरिंग (IIT) जैसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में अपने परिश्रम से सफलता प्राप्त की। आईएमए द्वारा ऐसे होनहार छात्रों को सम्मान-पत्र प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया।

कार्यक्रम का द लार्ड शो द्वारा कवरेज किया गया, जिसका डिजिटल संस्करण शीघ्र ही सभी के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। आईएमए की यह पहल महिला स्वास्थ्य के साथ-साथ शैक्षणिक प्रतिभाओं के सम्मान का भी सशक्त उदाहरण बनकर उभरी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के 150 से अधिक श्रोता उपस्थित रहे, जिनमें चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, छात्र-छात्राएं एवं आम नागरिक शामिल थे।

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