(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर खीरी, 26 जून। नदी में पलटती नाव, गांवों में घुसता पानी, कटते रास्ते… ये कोई हकीकत नहीं, बल्कि लखीमपुर खीरी में गुरुवार को बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए आयोजित रियल मॉक ड्रिल की झलक थी। बाढ़ की संभावित आपदा से पहले गुरुवार को जिले में मॉक ड्रिल के जरिए प्रशासनिक तैयारियों की परख की गई।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी संकल्प शर्मा ने सदर तहसील के श्रीनगर गांव पहुंचकर कर्बला मैदान में चल रही मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया। उन्होंने टीमों से परिचय कर उत्साह बढ़ाया और बच्चों को बिस्किट देकर मानवीय जुड़ाव का संदेश भी दिया।अधिकारियों ने चरणबद्ध प्रक्रिया की समीक्षा कर व्यवस्थाएं जांचीं। उधर, एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह पलिया में आयोजित मॉक ड्रिल में शामिल हुए, राहत-बचाव कार्यों की प्रगति का निरीक्षण कर जरूरी दिशानिर्देश दिए।
*जमीन से जुड़े अभ्यास, हर स्थिति को किया गया सजीव*
इस मॉक ड्रिल में नदी में नाव पलटने, बांध टूटने, गांवों में जलभराव, आग लगने और सड़क कटाव जैसी आपात स्थितियों को सजीव तरीके से दर्शाया गया। एनडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, बाढ़ खंड, राजस्व, पुलिस सहित तमाम विभागों ने एकसाथ मिलकर अभ्यास किया। मौके पर पहुंचने से लेकर लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने और राहत कैंप में व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने तक, हर स्तर पर त्वरित प्रतिक्रिया का अभ्यास हुआ।
*इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में लगातार निगरानी*
कलेक्ट्रेट स्थित जिला इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में मॉक ड्रिल के दौरान पूरे समय सक्रिय निगरानी रखी गई। शासन से प्राप्त सूचनाओं का तत्काल अनुपालन कराया गया। एसडीएम अमिता यादव की निगरानी में सेंटर का संचालन हुआ, वहीं दैवीय आपदा प्रभारी एसीआरए राम नरेश और आपदा विशेषज्ञ अंकित कुमार राज ने राहत व बचाव से जुड़ी सूचनाओं को विभागीय टीमों तक पहुंचाया।आपदा की सूचना, अलर्ट और समन्वय की हर कड़ी यहां से नियंत्रित की गई।
*नदी में डूबती नाव, एनडीआरएफ ने दिखाई तत्परता*
एसडीएम अश्विनी कुमार सिंह की अगुवाई में बालूगंज रपटा पुल (शारदा नदी) पर नाव डूबने की मॉक सूचना पर एनडीआरएफ, मेडिकल और राहत टीमें मौके पर पहुंचीं। एक डूबते व्यक्ति को रेस्क्यू कर तत्काल एलएस एंबुलेंस से श्रीनगर मेडिकल कैंप पहुंचाया गया, जहां उपचार के बाद उसकी “जान बचाई” गई।
*पलिया : बांध टूटा, गांव खाली, राहत कैंप में पहुंचाए लोग*
पलिया में एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह और एसडीएम रत्नाकर मिश्रा की निगरानी में बांध टूटने की सूचना पर तेजी से रेस्क्यू शुरू हुआ।
बाढ़ खंड ने त्वरित अनुरक्षण कार्य शुरू कर दिया और प्रभावित गांवों से लोगों को सुरक्षित राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया।
*गोला में आवासीय आग, फायर ब्रिगेड की तत्परता से बची जान*
गोला एसडीएम विनोद कुमार गुप्ता के नेतृत्व में आवासीय भवनों में आग लगने की मॉक ड्रिल की गई। फायर टेंडर ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, घायलों को प्राथमिक उपचार देकर राहत कैंप भेजा गया।
*धौरहरा : बांध से पानी छोड़ा गया, गांववालों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया*
धौरहरा एसडीएम राजेश कुमार की देखरेख में हुई मॉक ड्रिल में बांध से पानी छोड़े जाने की सूचना पर तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। गांव के लोगों को पहले से तैयार राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया जहां भोजन, दवा और ठहराव की पूरी व्यवस्था थी।
*निघासन: सड़क टूटी, गांव कटे, पीडब्ल्यूडी ने फटाफट मार्ग दुरुस्त किया*
निघासन एसडीएम राजीव कुमार के नेतृत्व में मुख्य मार्ग कटने की सूचना पर PWD ने तत्परता से मरम्मत कार्य शुरू किया। इस दौरान प्रभावित गांवों के निवासियों को सुरक्षित रिलीफ कैंपों में पहुंचाया गया।