(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर खीरी, 10 जून। लखीमपुर खीरी में बाढ़ नियंत्रण और शारदा नदी के चैनेलाइजेशन कार्यों का जायजा लेने पहुंची कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल संग चैनलाइजेशन और कटाव निरोधक परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यों की प्रगति, गुणवत्ता और जनहित को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।

मंगलवार को कमिश्नर ने डीएम संग खैराना जंगल के पास शारदा नदी के चैनेलाइजेशन का स्टार्टिंग पॉइंट से एक किमी मोटरबोट से चैनेलाइजेशन कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान मोटर वोट पर उनके साथ सीडीओ अभिषेक कुमार, प्रशिक्षु आईएएस मनीषा, एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड ई. अजय कुमार मौजूद रहे।

कमिश्नर ने कहा कि शारदा नदी के चैनेलाइजेशन कार्य बाढ़ नियंत्रण के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जो जिले में पहली बार 250 मीटर चौड़ाई में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया जा रहा है। इन कार्यों के सही समय पर पूर्ण होने से न केवल नदी का जल प्रवाह बेहतर होगा, बल्कि क्षेत्र के किसानों और स्थानीय जनता को बाढ़ एवं जलभराव से भी राहत मिलेगी। आयुक्त ने कार्य की गति और गुणवत्ता पर संतोष जताते हुए समयबद्ध पूर्णता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

इस दौरान अधिशासी अभियंता (बाढ़ खंड) ई. अजय कुमार ने अवगत कराया कि 250 मीटर चौड़ाई में कार्य पूर्ण हो चुका है। निकाली गई बालू दोनों तरफ बांधे के रूप में रखी जा रही। नदी के पुराने कोर्स को जीओ ट्यूब लगाकर बांधा जा रहा है, ताकि नदी का पानी चैनेलाइजेशन के रास्ते आगे बढ़ सके। इस कार्य में 28 पोकलैंड, 28 छोटे ड्रेजर 280 कराहा टैक्टर लगाकर कार्य युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है।

*कटाव निरोधक कार्यों का निरीक्षण : बेलहा सिकटिहा के ग्रामीणों को जल्द मिलेगी राहत*
इससे पूर्व आयुक्त डॉ. रोशन जैकब ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल संग शारदा नदी के दाएं तट पर स्थित ग्राम समूह बेलहा एवं सिकटिहा की सुरक्षा के लिए किए जा रहे कटाव निरोधक कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। कमिश्नर डॉ. जैकब ने परियोजना स्थल पर पैदल भ्रमण कर कार्यों की गुणवत्ता और वास्तविक स्थिति का गहन अवलोकन किया। उन्होंने ग्रामीणों से संवाद कर जाना कि इस परियोजना के पूरे होने से उन्हें क्या लाभ होंगे।

निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता, बाढ़ खंड अजय कुमार ने परियोजना की रूपरेखा, तकनीकी पहलुओं और अब तक हुई प्रगति की विस्तृत जानकारी दी। इस परियोजना के अंतर्गत पूरी लंबाई में जियो ट्यूब, जियो बैग की लॉन्चिंग एप्रन और तीन पंक्तियों में पॉर्क्युपाइन संरचनाएं लगाई गई हैं, जो नदी के कटाव को प्रभावी ढंग से रोकने में सहायक होंगी।

निरीक्षण के दौरान समीपवर्ती ग्राम करसौर के ग्रामीणों ने भी अपने क्षेत्र में कटाव निरोधक कार्य कराए जाने की मांग रखी। इस पर ईई ने स्पष्ट किया कि यह क्षेत्र अफ़्लेक्स बांध के अंतर्गत (डूब क्षेत्र) आता है तथा सिंचाई खंड शारदानगर के अधीन है। कमिश्नर ने ग्राम करसौर के संबंध में यथासंभव नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए हो रहे कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और समयबद्ध रूप से कार्य पूर्ण करने पर बल दिया, जिससे ग्रामीणों को शीघ्र राहत मिल सके।

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