(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी) लखीमपुर खीरी 05 जून। विश्व पर्यावरण दिवस पर जिले में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान पूरे जोश, उल्लास और भावनात्मक सहभागिता के साथ मनाया गया। जिले भर में वृक्षारोपण कार्यक्रमों की श्रृंखला चली, जिसमें प्रशासन, शिक्षा संस्थान, सुरक्षा बल और आमजन सभी ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, देवकली में “Ending Plastic Pollution Globally” विषय पर एक प्रेरक परिचर्चा आयोजित हुई, जिसका शुभारंभ डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने डीएफओ संजय विश्वाल, प्राचार्य डॉ वाणी गुप्ता संग दीप जलाकर, मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि “एक पेड़ माँ के नाम” केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी और माँ के प्रति हमारी कृतज्ञता की जीवंत अभिव्यक्ति है। उन्होंने गर्व व्यक्त किया कि मेडिकल कॉलेज, प्रशासन, सुरक्षा बल और समाज के विभिन्न वर्ग इस अभियान में एकजुट होकर शामिल हुए हैं, जो जनभागीदारी की सशक्त मिसाल है। उन्होंने “Ending Plastic Pollution Globally” विषय पर बोलते हुए कहा कि प्लास्टिक की थैली जिसे हम लापरवाही से फेंक देते हैं, वह धरती की गोद में 500 वर्षों तक सड़ती रहती है। धरती, जो स्वयं एक माँ है। उसे हमने ज़हर दिया है, अब समय है कि हम उसे संजीवनी दें। हर पौधा जो आज लगाया गया है, वह धरती माँ को दी गई एक नई साँस है।
डीएम ने कहा कि जब उन्होंने बालिकाओं के साथ सिंदूर का पौधा लगाया, तो ऐसा प्रतीत हुआ जैसे माँ के आंचल में हरियाली टांक दी गई हो। सिंदूर जहाँ माँ की पहचान है, वहीं पेड़ प्रकृति की शान हैं। इन दोनों का मिलन संस्कृति और प्रकृति का सुंदर संगम है।
कार्यक्रम को डीएफओ संजय बिसवाल, प्राचार्य वाणी गुप्ता ने भी अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए। इस परिचर्चा में विशेषज्ञों, छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीरता और इससे निपटने के उपायों पर विचार साझा किए। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल पर्यावरण संरक्षण नहीं, बल्कि हरियाली के माध्यम से भावनात्मक जुड़ाव को भी प्रकट करना था। इस अवसर पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने अधिकारियों, जवानों और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों संग मिलकर पौधारोपण किया। मेडिकल कॉलेज के उपरांत डीएम ने कलेक्ट्रेट परिसर में एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम न्यायिक अनिल कुमार रस्तोगी सहित कलेक्ट्रेट के कार्मिकों संग फलदार, छायादार और औषधि पौध का रोपण किया।
*बालिकाओं संग डीएम ने रोपा सिंदूर का पौधा*
जब डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने अवन्या और समृद्धि संग सिंदूर का पौधा रोपा, तो वह क्षण सिर्फ हरियाली का नहीं, ममता और संस्कार का भी बीजारोपण बन गया। सिंदूर माँ की पहचान है, पेड़ जीवन की साँस और जब ये साथ पनपते हैं, तो धरती पर संवेदना खिल उठती है। मेडिकल कॉलेज में औषधीय पौधों सहित कुल 100 पौधों का वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर सशस्त्र सीमा बल ने पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भागीदारी दर्शाते हुए वृक्षारोपण किया।