(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर खीरी 24 मई। शनिवार को शासन से नामित नोडल अधिकारी, आईएएस अधिकारी माला श्रीवास्तव ने अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी जनपद का दौरा किया। जिले में पहुंचने के बाद उन्होंने विकास कार्यों की जमीनी हकीकत परखने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण स्थलों में गो आश्रय स्थल खंभारखेड़ा, जल जीवन मिशन की खंभारखेड़ा, पिपरामरौड़ा और सैदापुर भाऊ परियोजनाएं, मेडिकल कॉलेज देवकली, छोटी काशी गोला कॉरिडोर तथा पलिया की ड्रेजिंग साइट शामिल रहीं। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश भी दिए।

नोडल अधिकारी माला श्रीवास्तव ने सीडीओ अभिषेक कुमार, एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह के साथ नगर पालिका परिषद लखीमपुर द्वारा संचालित गो आश्रय स्थल खंभारखेड़ा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आश्रय स्थल में मौजूद गोवंशों को हरा चारा और गुड़ खिलाया तथा गोवंश की देखभाल और सुरक्षा व्यवस्था की गहन पड़ताल की। मौके पर मौजूद अधिकारियों से आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं की जानकारी ली और संबंधित पंजिकाओं का अवलोकन किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के तीन लाभार्थियों से संवाद कर उन्हें प्राप्त हुई अनुमन्य धनराशि की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने सीडीओ से योजना के सत्यापन की प्रक्रिया और उसकी प्रगति की भी जानकारी ली।

*जल जीवन मिशन परियोजनाओं का निरीक्षण, गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति पर जोर*
जल जीवन मिशन की प्रगति का आकलन करने के उद्देश्य से नोडल अधिकारी माला श्रीवास्तव ने शनिवार को खंभारखेड़ा, पिपरामरौड़ा और सैदापुर भाऊ गांवों में जल जीवन मिशन की परियोजनाओं का औचक निरीक्षण किया। खंभारखेड़ा में निर्माणाधीन परियोजना का जायजा लेते हुए उन्होंने शेष कनेक्शन शीघ्र पूर्ण कर हर घर तक नल से शुद्ध जल पहुंचाने के निर्देश दिए। वहीं पिपरामरौड़ा और सैदापुर भाऊ में पूर्ण परियोजनाओं पर ग्रामीणों से संवाद कर मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया पर संतोष जताया। उन्होंने जल आपूर्ति की निरंतरता और गुणवत्ता बनाए रखने के साथ पारदर्शिता से कार्य करने की हिदायत दी।

*मेडिकल कॉलेज निर्माण में तेजी लाएं, गुणवत्ता से न हो समझौता: नोडल अधिकारी*
नोडल अधिकारी माला श्रीवास्तव ने स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय की विभिन्न निर्माण परियोजनाओं का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सबसे पहले लखीमपुर स्थित निर्माणाधीन हॉस्पिटल ब्लॉक परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया और कार्य की प्रगति तथा गुणवत्ता संबंधी जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी ने कार्यदायी संस्था से निर्माण कार्य में हो रही धीमी प्रगति और विंग-डी के निर्माण कार्य की शुरुआत न होने के कारण पूछे। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज जैसी जनहितकारी परियोजना में किसी भी प्रकार की देरी स्वीकार्य नहीं है। निर्माण कार्यों को तय समयसीमा में गुणवत्तापूर्वक पूरा करना सुनिश्चित किया जाए।इसके उपरांत उन्होंने देवकली स्थित एकेडमिक ब्लॉक का भी निरीक्षण किया और मौके पर उपस्थित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि मेडिकल कॉलेज निर्माण जनस्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में एक अहम पहल है, इसलिए इसकी गुणवत्ता और समयबद्धता से कोई समझौता न हो।

*नोडल ने लखीमपुर-अलीगंज मार्ग का किया निरीक्षण, कार्य गुणवत्ता पर जताया संतोष*
नोडल अधिकारी माला श्रीवास्तव ने शनिवार को लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित लखीमपुर-देवकली-अलीगंज (चेनेज 0.00 से 25.60 किमी) सड़क मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मार्ग की राइडिंग क्वालिटी व निर्माण कार्य की गुणवत्ता बेहतर पाई गई, जिस पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। नोडल ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और निर्धारित मानकों के अनुरूप निष्पादित किया गया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि भविष्य में भी इसी गुणवत्ता व पारदर्शिता के साथ कार्य सुनिश्चित किया जाए।

*छोटी काशी कॉरिडोर निर्माण में गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष जोर*
नोडल अधिकारी माला श्रीवास्तव ने गोला स्थित छोटी काशी कॉरिडोर का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के अभियंता विवेक बाजपेई को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य तय समयसीमा में पूर्ण हो और इसकी गुणवत्ता में कोई कमी न रहे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी गतिविधियों की बारीकी से समीक्षा कर कार्य में तेजी लाने पर बल दिया।

*नोडल अधिकारी ने किया शारदा नदी के ड्रेजिंग कार्यों का औचक निरीक्षण, दिए निर्देश*

*ड्रेजिंग से निकली बालू का नियमानुसार निस्तारण सुनिश्चित करें: नोडल अधिकारी”

शनिवार शाम को नोडल अधिकारी माला श्रीवास्तव ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के साथ पलिया पहुंचकर शारदा नदी के ड्रेजिंग कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने ड्रेजिंग कार्यों की वर्तमान स्थिति का विस्तार से गहन अवलोकन किया। नोडल अधिकारी ने खान अधिकारी आशीष कुमार सिंह को निर्देश दिए कि ड्रेजिंग से निकली मटेरियल (बालू) का निस्तारण पूरी तरह नियमानुसार किया जाए।

उन्होंने नदी में पानी के प्रवाह और बांध के संरचनात्मक सुधार के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। नोडल ने कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया ताकि क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण प्रभावी ढंग से हो सके।

नोडल अधिकारी ने कहा कि शारदा नदी के ड्रेसिंग कार्य बाढ़ नियंत्रण के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन कार्यों के सही समय पर पूर्ण होने से न केवल नदी का जल प्रवाह बेहतर होगा, बल्कि क्षेत्र के किसानों और स्थानीय जनता को भी राहत मिलेगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य स्थल पर गुणवत्ता एवं सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन किया जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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