(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी)गोला गोकर्णनाथ खीरी बजाज हिन्दुस्थान शुगर लिमिटेड गोला मिल परिक्षेत्र बांकेगंज के ग्राम महोलिया में बृहद किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वरिष्ठ महाप्रबंधक (गन्ना) पी एस चतुर्वेदी एंव चीनी मिल के अन्य अधिकारियों सहित सैकड़ों कृषकों ने प्रतिभाग किया।
इसी क्रम में वरिष्ठ महाप्रबंधक ने बताया कि अधिकतर किसानों द्वारा बसंतकालीन गन्ना बुवाई कर ली गई है, गेहूं कटाई के उपरांत भी गन्ना बुवाई कर सकते हैं अभी भी गन्ना बीज उपलब्ध है यदि किसी किसान भाई को बीज लेना है तो मिल अधिकारियों से संपर्क कर बीज ले सकते हैं। को०-15023 , 98014 तथा 0118 की बुआई करने की सलाह दी गई। गन्ना उत्पादन बढ़ाने हेतु फसल में संतुलित खाद एवं उर्वरकों के प्रयोग करें तथा टॉप बोरर कीट के नियंत्रण हेतु गन्ना फसल में कोराजन की ड्रेन्चिंग करें। साथ ही साथ जिन किसानों द्वारा अभी गन्ना बुवाई की जानी है वह अस्वीकृत / अनामित / रोग ग्रस्त/ प्रजातियां जैसे:-CoH-119, Co-5011, CopK-5191, Cos-08272, Cos -91269 आदि की बुबाई कदापि ना करें उनके स्थान पर ट्रेंच विधि द्वारा भूमि शोधन एवं बीज शोधन कर उपरोक्त उन्नतशील प्रजातियों की ही बुबाई करें एवं पेड़ी प्रबंधन इत्यादि के विषय मे विस्तार पूर्वक महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
चीनी मिल के ओ डी शर्मा सहायक महाप्रबंधक ने बताया कि गन्ना फसल की देखभाल अच्छी प्रकार से करें, गन्ना फसल में पायरिला कीट का प्रकोप पाया जा रहा है यदि इसका परजीवी भी साथ में है तो किसी कीटनाशक दवाई का प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं है खेत में सिंचाई करें जिससे परजीवी की संख्या बढ़ाकर नियंत्रण किया जा सकता है यदि परजीवी साथ नहीं है तो कीटनाशक क्लोरोपायरीफॉस 20 ई सी की 750 मिली मात्रा 450 लीटर पानी में घोलकर नमी की दशा में प्रति एकड़ की दर से पर्णीय छिड़काव करें चोटी वेधक कीट के बचाव हेतु पेड़ी एवं शरद कालीन गन्ने में तत्काल कोराजन की 150 एम एल मात्रा प्रति एकड़ 450 लीटर पानी में घोलकर ड्रेंन्चिंग करें तथा इसके बाद पौधे गन्ने में भी ड्रेंन्चिंग करायें।
गोष्ठी की अध्यक्षता डा.पतराखन एवं मंच संचालन ओ डी शर्मा द्वारा किया गया एवं गोष्ठी अध्यक्ष द्वारा अपने विचार व्यक्त कर गोष्ठी का समापन किया गया। गोष्ठी में चीनी मिल के वरिष्ठ प्रबन्धक गन्ना संजीव सिरोही, वरिष्ठ अधिकारी गन्ना सतनाम सिंह के साथ मिल व समिति सुपरवाइजर उपस्थित रहे।