(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर 10 मार्च। सोमवार को अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार गौ सेवा आयोग के मा. सदस्य रमाकांत उपाध्याय जनपद लखीमपुर खीरी पहुंचे, विकास भवन के स्वामी विवेकानंद सभागार में गो संरक्षण समिति की समीक्षा बैठक हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मा. सदस्य ने कहा कि गाय हमारी माता है और हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। गाय का दूध लाभदायक होने के साथ-साथ उसके गोमूत्र एवं गोबर से भी अनेकों प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। गौशाला में गाय गोबर से बायोगैस के छोटे यंत्र लगाया जाए। इस कार्य हेतु ब्लॉक स्तर पर बैठके आयोजित की जाए, जिसमें ग्राम प्रधानों एवं समाजसेवियों को शामिल कर अपने गांव में गाय के गोबर से संचालित किए जाने वाले बायोगैस यंत्र स्थापित करने हेतु प्रेरित किया जाए और उनसे होने वाले लाभ के संबंध में अवगत कराया जाए। बायोगैस यंत्र से निकले गोबर से निर्मित खाद जैविक खेती के लिए लाभदायक है। उन्होंने कहा की सहभागिता योजना से लाभान्वित समस्त लाभार्थियों के यहां छोटे बायोगैस यंत्र स्थापित कराए जाएं।
*सीसीटीवी की निगरानी में खीरी के सभी गो आश्रय स्थल : सीडीओ*
बैठक में सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि शासन की मंशानुरूप सभी गौशालाओं में पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। गौशालाओं पर नियमित निगरानी हेतु समस्त गौशालाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और उनकी नियमित कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही।
*सीवीओ डॉ दिनेश सचान ने बताई गो आश्रय स्थलों की व्यवस्थाएं*
बैठक के प्रारंभ में सीवीओ डॉ दिनेश सचान ने अवगत कराया कि जनपद में कुल 140 गौ आश्रय स्थल संचालित है, जिसमें निराश्रित गोवंश को संरक्षित किया गया है। सभी गो आश्रय स्थलों में गोवंशों के लिए पर्याप्त मात्रा में हरा चारा भूसा एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जनपद में पांच वृहद गौशालाएं निर्माणाधीन है, जिसमें लगभग तीन पूर्ण हो चुकी हैं। उन्होंने अवगत कराया की सहभागिता योजना के तहत 11178 गोवंशों को सुपुर्दगी में दिया गया है। सभी लाभार्थियों को डीबीटी के माध्यम से योजना का लाभ प्रदान किया।
बैठक में डीडीओ दिनकर विद्यार्थी, सभी बीडीओ, सभी उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी, ईओ, गोला नगर पालिका परिषद, अध्यक्ष विजय शुक्ला रिंकू, डीडी कृषि अरविंद मोहन मिश्र,गन्ना विकास समिति अर्निखाना अध्यक्ष अशोक अवस्थी, दुग्ध संघ के डायरेक्टर रमेश चंद्र मिश्र, संगठन मंत्री भूपेंद्र रविंद्र कटियार, नीरज सिंह, विनीत भदोरिया इत्यादि मौजूद रहे।