(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां- खीरी लखीमपुर 04 फरवरी। लखीमपुर खीरी में यातायात नियमों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने, सड़क हादसे पर नियंत्रण को लेकर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की पहल “जोन ऑफ़ एक्सीलेंस” मुहिम को आने वाले दिनों में जमीन पर साकार होंगी। इस पायलट प्रोजेक्ट को डीएम एक मिशन के रूप में कलेक्ट्रेट को केंद्र मानकर 10 किमी की परिधि में जल्द ही लांचिंग करेंगी, जिसकी तैयारियां हर स्तर पर जोरों पर चल रहीं है। इसके लिए 84 एनएसएस-एनसीसी के विद्यार्थी रोड सेफ्टी दूत बने, जिन्हें मंगलवार को कलेक्ट्रेट में प्रशिक्षित किया गया।

जिला प्रशासन जोन ऑफ़ एक्सीलेंस के तहत सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने जा रहा है। इसी कड़ी में सीडीओ अभिषेक कुमार और एसपी संकल्प शर्मा की संयुक्त अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट में एनएसएस-एनसीसी की ट्रेनिंग दी और सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाने की रणनीति बनी।

*सड़क हादसे घटाने के लिए जागरूकता बढ़ाना जरूरी : एसपी*
एसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि जोन ऑफ़ एक्सीलेंस के तहत रोड सेफ्टी विजन के सारथी बन रहे 84 एनएसएस-एनसीसी स्टूडेंट्स रीयल हीरो है। कहा कि असुरक्षित ड्राइविंग, यातायात नियमों की अनदेखी, हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनना आदि कई कारक दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए यातायात नियमों का पालन करते हुए दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाए। दुर्घटनाओं और मृतकों की संख्या में शून्य करने के लिए जरूरी है कि सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी विभाग पारस्परिक सहयोग से समेकित रूप से प्रयास करें। प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाएगा। इसमें जागरूकता अभियान के साथ-साथ सुरक्षित रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण व ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई शामिल है। एसपी ने अफसरों को सड़क सुरक्षा के लिए भावी कार्य योजनाओं तथा प्रस्तावों के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

*सड़क दुर्घटना में मृत्यु राष्ट्रीय क्षति, रोकने के लिए बढ़ानी होगी जागरूकता : सीडीओ*
सीडीओ अभिषेक कुमार ने एनसीसी-एनएसएस के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटना में मृत्यु राष्ट्रीय क्षति है, इसे रोकने के लिए जागरूकता बढ़ानी होगी, इस पुनीत कार्य में आपको महती भूमिका निभाई होगी। प्रशासन के आह्वाहन पर रोड सेफ्टी जागरूकता दूत बनने को आगे आए। आप प्रशंसा के पात्र है।सीडीओ ने कहा कि सड़क सुरक्षा एक सामूहिक और साझा जिम्मेदारी है। यातायात नियमों के अनुपालन के साथ हमेशा सड़क शिष्टाचार का पालन करें। पैदल चलने वालों और साइकिल चालकों का सम्मान करें। एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहनों के लिए रास्ता दें और जीवन बचाने में मदद करें। प्रतिस्पर्धा की भावना से गाड़ी न चलाएं। जितनी जल्दी होगी, उतनी ही सुरक्षा कम होगी। गति सीमा से ज़्यादा तेज रफ्तार से गाड़ी न चलाएं। निर्धारित क्षमता से से ज़्यादा गाड़ी में भार न रखें। गाड़ी चलाते समय अति-आत्मविश्वास न रखें। इससे सड़क पर बेवजह जोखिम उठाना पड़ सकता है। वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।

*एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनिल यादव ने बताई फैटेलिटी जोन बनाने की प्लानिंग, स्ट्रेटेजी*

ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अनिल कुमार यादव ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विगत 03 वर्षों राष्ट्रीय, प्रादेशिक, जनपदीय आकड़ो के साथ साथ प्रस्तावित जोन ऑफ़ एक्सीलेंस के अकड़ो का विश्लेषण एवं उनके आधार पर जोन ऑफ़ एक्सीलेंस को नो फैटेलिटी जोन बनाने की प्लानिंग एवं स्ट्रेटेजी प्रस्तुत की गई। वही रोड सेफ्टी विजन के सारथी बनने जा रहे एनएसएस-एनसीसी स्टूडेंट्स की भूमिका को रेखांकित करते हुए जागरूकता कार्यक्रम में उनके योगदान की अपेक्षा की। प्रेजेंटेशन द्वारा ये भी इंगित किया गया कि इंजीनियरिंग सुधारो के साथ ही साथ जागरूकता, प्रवर्तन एवं इमरजेंसी ट्रामा केयर में सुधार करके जीरो फैटेलिटी का लक्ष्य प्राप्त करने हेतु हर संभव प्रयास किया जायेगा.

एआरटीओ अखिलेश कुमार द्विवेदी ने पूरे जोन में पब्लिक एड्रेस सिस्टम के साथ-साथ अन्य संचार माध्यमों द्वारा सड़क जागरूकता उत्पन्न किए जाने की बात कही। रोड सेफ्टी अवेयरनेस कार्यक्रमों से स्कूली बच्चों को जोड़ते हुए यातायात नियम से जुड़े विषयों पर नाटक, संगीत, कविता, निबंध, संगोष्ठी, भाषण, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी, जिससे युवा पीढ़ी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सकें। कैंप लगाकर जनजागरूकता के कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे, जिससे सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लग सके।

इस दौरान पीटीओ डॉ कौशलेंद्र, डीआईओएस डॉ महेन्द्र प्रताप सिंह, यातायात निरीक्षक राकेश यादव, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अनिल कुमार यादव, तरुणेन्द्र त्रिपाठी, केके झा, शुभ नारायण, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी जीएस पांडेय सहित बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*जोन ऑफ़ एक्सीलेंस* : इन बिंदुओं पर रहेगा फोकस…

– सड़कों के किनारे से अतिक्रमण हटाना।

– ओवर स्पीडिंग व गलत दिशा में ड्राइविंग रोकना।

– ओवरलोडिंग पर प्रभावी नियंत्रण।

– जोन ऑफ़ एक्सीलेंस पर होने वाली दुर्घटनाओं पर नियंत्रण।

– हाइवे पर घटनाओं को रोकने के लिए पेट्रोलिंग।

– सड़कों पर अनधिकृत कब्जों को रोकना डिवाइडरों के अवैध कट को बंद कराना

– सड़क सुरक्षा के लिए तकनीक का प्रयोग करना रोड इंजीनियरिंग, इमरजेंसी सेवा व प्रवर्तन कार्यों पर विशेष फोकस।

– मार्गों पर पड़ने वाले आबादी के क्षेत्रों में प्रकाश की व्यवस्था
– ⁠तय समय में जागरूकता के कार्यक्रमों के उपरांत इस जोन में प्रवर्तन की कार्यवाही सख़्त की जाएगी.

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