(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- खीरी शारदीय नवरात्रि समाप्त हो गई हैं कल दशमी तिथि को दुर्गा जी की मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा ।उप जिलाअधिकारी पलिया कार्तिकेय सिंह व तहसीलदार पलिया आरती यादव ने शारदा नदी के निकट जाकर मूर्तियों के विसर्जन के लिए खोदे गए गड्ढों का अवलोकन किया है ताकि सही ढंग से मूर्तियों का विसर्जन हो सके।नवरात्रि का पर्व साल में बार मनाया जाता है। इसमें शारदीय व चैत्र नवरात्रि बहुत खास मानी जाती हैं मान्यताओं के अनुसार इन 9 दिनों में अपने भक्तों की हर मुराद को पूरा करती हैं। शारदीय नवरात्रि का पर्व पूरा कर अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होकर नवमी तिथि तक चलता है इसके अगले दिन दशमी तिथि विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है ।विजयदशमी के अलावा दशमी तिथि दिन माता रानी की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। माना जाता है इस दिन देवी अपने लोक वापिस चली जाती शास्त्रों के मुताबिक मां की विदाई के लिए मुहूर्त का पता होना जरुरी है। बिना मुहूर्त के विसर्जन करना शुभ नहीं माना जाता है दिन पर सारे भक्त मूर्तियों का विसर्जन करते हैं।