(फाइल फोटो सुधीर)

(फाइल फोटो मुकेश)

(न्यूज़ राजीव गोयल -बांकेगंज)

पलियाकलां- (खीरी)बांकेगंज ।
पुलिस की थोड़ी लापरवाही के चलते एक परिवार के तीन सदस्यों को आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ा।
बाबूपुर निवासी तीन लोगों की जान मकान के विवाद के चलते गवानी पड़ी।दो ने फांसी के फंदे पर व एक ने ट्रेन से कटकर जान दे दी।
मामले की शुरुआत इस तरह हुई, मृतक रामनरेश गांव तिलकपुर का रहने वाला था व उसका साला गांव बाबूपुर में रहता था। साले सुंदरलाल ने अपने बहनोई रामनरेश को सन दो हज़ार छै में अपने गांव में एक मकान खरीदवा दिया था ।रामनरेश तिलकपुर छोड़कर गांव बाबूपुर में रहने लगा अभी पिछले वर्ष सुंदरलाल की मृत्यु हो गई। सुंदरलाल की मौत के बाद उसकी पत्नी रामदेवी अपने नंदोई पर खरीदे गए मकान को खाली करने के लिए दबाव बनाने लगी उसका कहना था कि यह मकान मेरे पति ने मेरे नाम करवा दिया था। जबकि उसके पास इसका कोई सबूत नहीं है। राम देवी की सात बेटियां व एक पुत्र है। बेटियों में एक बेटी आरती पुलिस में सिपाही के पद पर नियुक्त है।रामबेटी ने अपनी पुत्री आरती को बुलाकर रामनरेश व उसके दो बेटे सुधीर और मुकेश को पुलिस चौकी बांकेगंज में बुलवाकर जबरदस्ती अपने हक में समझौता लिखवाया जिसमें मकान अपनी मम्मी रामदेवी के नाम करने को दबाव बनाया।इसी बात को लेकर रामनरेश ने बुधवार की शाम अपने घर में फांसी लगा ली
इसके खिलाफ पुलिस द्वारा कोई पुख्ता कार्रवाई न होते देख व रामदेवी के परिवार द्वारा प्रताड़ित होने पर शुक्रवार की सुबह सुधीर 22 वर्ष ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। सुधीर की मौत की खबर लगते ही उसके बड़े भाई मुकेश उम्र 27 वर्ष ने भी घर पर फांसी लगाकर कर अपनी जान दे दी।
घटना की जानकारी होते ही एसडीएम गोला विनोद कुमार गुप्ता पुलिस क्षेत्र का अधिकारी गोला गवेंद्र गौतम, मैलानी प्रभारी सहित तमाम स्थानों की पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई पुलिस ने रामदेवी,आरती निगम, शशि वाला व शिवम पर मुकदमा पंजीकृत कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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