(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर 03 दिसंबर। उत्तर प्रदेश में वंचित परिवारों का जीवन स्तर सुधार कर गरीबी को खत्म करने की कवायद सरकार की ओर से तेजी से चलाई रही है। जिले में जीरो पॉवर्टी अभियान का जमीनी स्तर पर जाकर वंचित परिवारो का सत्यापन कार्य का जायजा लेने के उद्देश्य से मंगलवार को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल तहसील सदर, ब्लॉक फूलबेहड़ के ग्राम पंचायत जंगल नंबर 11 के मजरा बेडहा
सोतिया पहुंची, जहां उन्होंने पांच वंचित, जरूरतमंद परिवार क्रमश धर्मेंद्र पुत्र राम तपेश, वीरेंद्र पुत्र शिवनाथ, धीरेंद्र पुत्र सुदर्शन, खरपत्तू पुत्र बुद्ध राम, हसनाथ पुत्र राम अवध के घर पहुंचकर परिवार से बातचीत की। इस दौरान सीडीओ अभिषेक कुमार, डीपीआरओ विशाल सिंह, बीडीओ पीयूष कुमार सिंह मौजूद रहे।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने एक-एक कर पांच जरूरतमंद परिवारों के घर पहुंचकर उनके परिवार के बारे में पूरी जानकारी ली। इस दौरान परिवारों से जाना कि उनके घर में कौन-कौन है। डीएम को इन परिवारों की मुखिया द्वारा यह भी बताया गया कि मजदूरी से उनके घर का खर्च चलता है। बातचीत के दौरान डीएम ने हर पहलु को जाना उसके बाद लाभार्थी परिवार को जीरो पॉवर्टी स्कीम का लाभार्थी भी चुना। निरीक्षण के दौरान डीएम ने परिवार की हर परिस्थितियों का जायजा लिया। जैसे घर की स्थिति कैसी है। परिवार का मुखिया भरण पोषण के लिए क्या करता है।बताया जा रहा है कि जल्द ही इन परिवार की समस्याओं का निदान होगा। स्कीम के तहत परिवार को पूरा लाभ मिलेगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निचले स्तर पर जीवन यापन करने वाले और वंचित परिवारों का जीवन स्तर सुधारने के लिए जीरो पॉवर्टी स्कीम की शुरूआत की है। इसके तहत जिले के 29,100 परिवारों को (प्रत्येक ग्राम पंचायत में 25 परिवारों) को लाभ मिलेगा।
*जीरो पॉवर्टी अभियान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : डीएम*
इस दौरान डीएम ने शासन की मंशानुरूप अति गरीब को चिन्हित कर मुख्य धारा से जोड़ने के लिए जीरो पॉवर्टी अभियान संचालित है। यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। निर्देश दिए कि सभी पंजीकृत गणनाकर्ताओं द्वारा सबसे गरीब परिवारों का चयन तेजी से पूरा किया जाए और पोर्टल पर सभी रिकॉर्ड सही ढंग से दर्ज किए जाए। गणनाकर्ताओं को सबसे गरीब परिवारों की पहचान करने के लिए साइटों पर जाना चाहिए और वहीं से सीधे तस्वीरें और अन्य विवरण अपलोड करना चाहिए। अभियान के दौरान हर ग्राम पंचायत से 25 अति वंचित और गरीब परिवार चिहिन्त किए जाएंगे। इन चिहिन्त परिवारों को उन सभी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा, जिनका लाभ अभी तक नहीं इन परिवारों को नहीं मिल पाया है।
बताते चले कि जिले की सभी 1164 ग्राम पंचायतो में अभियान के तहत पंचायत सहायक, बीसी सखी, समूह सखी इनॉमिनेटर के रूप में सेवाएं देकर 25-25 जरूरतमंद परिवारों को चिन्हित करेंगी। वहीं प्रधान, पूर्व प्रधान, प्रधानाध्यापक, गांव के सबसे पुराने दो समूहों के मुखिया वेरीफायर के रूप में काम करेंगे, जो अंतिम रूप से 25 जरूरतमंद को फाइनल करेंगे। मापअप एप में इसकी फीडिंग करेंगे।