(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी) मुख्य अभियंता शारदा, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उत्तर प्रदेश एच.एन.सिंह, अधीक्षण अभियंता बाढ़ मंडल (खीरी) धर्मेंद्र कुमार व अधिशाषी अभियंता बाढ़ खंड शारदा नगर खीरी ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ शारदा नदी में आ रही भयंकर बाढ़ की विभीषिका के कारणों का संज्ञान लेने हेतु शारदा पुल ,पलिया एवं अतरिया रेलवे क्रासिंग से पहले रेलवे लाइन पर बाढ़ कटान स्थल पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया।
इस अवसर पर माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ में बाढ़ के गंभीर मामले पर दायर याचिका के याची,उपाध्यक्ष होप संस्था, समाज सेवी राजेश भारतीय (एड.), एवं क्षेत्रीय पूर्व विधायक सतीश अज़मानी,प्रतिष्ठित किसान आदि उपस्थित रहे।
मुख्य अभियंता शारदा एच.एन. सिंह ने विगत वर्षों में पीलीभीत, खीरी में आ रही बाढ़ की विभीषिका से क्षेत्र को बचाने के लिए याचिका कर्ता राजेश भारतीय व सतीश अजमानी ( पूर्व विधायक) द्वारा रखी गई बातों पर सहमति व्यक्त करते हुए यह स्वीकार किया कि प्रदेश में नदियों के समीप क्षेत्र से खनन बिना सिंचाई विभाग की स्वीकृति /अनुमोदन के नहीं होना चाहिए इससे नदियों में प्राकृतिक बदलाव होने पर बाढ़ का ये प्रमुख कारण बन रहा है
सतीश अजमानी व राजेश भारतीय ने मुख्य अभियंता शारदा को अवगत कराया की शारदा में आने वाली बाढ़ का प्रमुख कारण बनबसा बैराज की डाउनस्ट्रीम में नेपाल के कंचनपुर जिला से निकलने वाली नदियां चौधर, भुजेला,पथरिया,राधा, स्याली, बंद, बनरा, एवं अन्य बड़े नालों का जल प्रवाह जो पहले नेपाल की झीलों एवं वेटलैंड एरिया में जाता था उसके प्राकृतिक बहाव में परिवर्तन करके साइफन डालकर उक्त नदियों का अतिरिक्त पानी शारदा में गिराए जाने के कारण विगत तीन दशकों से अधिक समय से यह गंभीर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है ।इसका समाधान नेपाल सरकार से सहयोग लेकर सर्वे करने के बाद बाढ़ सुरक्षा की परियोजना बनाकर काम हो तथा सुहेली साइफन 24 बैरल गजियापुर निघासन में अप स्ट्रीम व डाउन स्ट्रीम में अतिक्रमण हटवा कर सुहेली नदी का प्रवाह खोला जाए। जिससे दुधवा नेशनल पार्क व पलिया निघासन तहसील की बाढ़ से हो रही भारी तबाही/ राष्ट्रीय क्षति रोकी जा सके।