पलियाकलां- खीरी प्राइवेट मेडिकल प्रेक्टीशनर्स वेल्फेयर एसोसिएशन की एक आपात बैठक डाक्टर ए. के. अवस्थी की अध्यक्षता में शाम 9 बजे हुई जिसमें डिवाइन में हुई जिसमें
डा.अशोक ग्रोवर डा .अशोक पाण्डेय
डा.गौतम पाल डा. शिवम गुप्ता
डा. अंशुल शुक्ला डा .रविन्द्र सिंह, बाठ क्लीनिक डा. अखिलेश डा. शिल्पी
डा. मयंक गुप्ता डा. प्रियंक गुप्ता
डा. वी पी राना डा. योगेश राना
डा .अशोक गुप्ता डा. जुल्फिकार
डा .आशीष पाण्डेय डा. अभिजीत गोस्वामी डा. प्रशांत सक्सेना आदि
शामिल हुए। बैठक में डॉक्टरों की सुरक्षा और उनके विरुद्ध प्रचार के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
जिसमे प्रमुख निर्णय इस प्रकार हैं।
1- शोशल मीडिया पर डाक्टरों के विरुद्ध दुष्प्रचार करने वाले अराजक तत्वो के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एसोसिएशन की ओर से एक वकील नियुक्त किया जाएगा जो ऐसे दुष्प्रचार करने वाले के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करे ।
पत्रकारों से निवेदन किया जा रहा कि चिकित्सक का पक्ष जानकर ही समाचार प्रकाशित करें।
2- किसी चिकित्सक या चिकित्सालय में उपद्रव होने की स्थित में सभी चिकित्सक तत्काल वहां पहुंचेंगे
3-पुलिस प्रशासन से मिल कर निवेदन किया जायेगा कि उपद्रवी तत्वों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करें जो गैर जमानती अपराध है ,हर मरीज व परिजन को सविंधान में विधिक कार्रवाई करने का अधिकार है न कि उपद्रव करने का ।यदि किसी परिजन को डाक्टर द्वारा लापरवाही की आशंका है तो विधिक कार्रवाई कर सकता है न कि उपद्रव ।वकील यदि मुकदमा हार जाये तो हम उसके साथ अभद्रता नहीं कर सकते बार काउंसिल में शिकायत कर कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं उसी प्रकार चिकित्सक की शिकायत कर सकते न कि अभद्रता।
4-पुलिस प्रशासन से यह भी निवेदन किया जायेगा कि डाक्टर के विरुद्ध मुकदमा बिना सम्बन्धित विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम की जांच के मुकदमा न लिखा जाए जैसा माननीय सुप्रीम कोर्ट की सविं धान पीठ ने जैकब मैथ्यू बनाम पंजाब सरकार मामले में निर्णय दिया था।
5- पुलिस-प्रशासन लेने के बाद मृतक का पोस्ट मार्टम कराये न कि मृतक के शव को चिकित्सालय में धरना-प्रदर्शन के छोड़ कर धन उगाही की छूट दे ।
6- पुलिस-प्रशासन गैर कानूनी रूप से चल रहे चिकित्सकों व चिकित्सालयों के विरुद्ध कार्रवाई करे।