(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां(खीरी)
जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में भारत के पूर्व राष्ट्रपति व महान वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की 92 वीं जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनायी गई।इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार भाटी ने कहा कि डा कलाम भारतीय वैज्ञानिक जगत के ध्रुव तारे हैं।उन्हें भारत में बेलोस्टिक मिसाइल व मिसाइल प्रक्षेपण तकनीक का जनक कहा जाता है।उन्हें 1974 व 1998 में परमाणु परीक्षण का सूत्रधार कहा जाता है।वे2002 से 2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे है।उनके द्वारा विकसित एसएलवी-3 के माध्यम से भारतीय प्रक्षेपण यान रोहणी को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया था।उन्हें राष्ट्रपति बनने से पहले ही 1997 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया गया।उन्होंने सदैव स्वयं को शिक्षक की ही भूमिका में रखा।उन्होंने कहा था कि सपने खुली आँखों से देखे जाते हैं, जो हमें सोने नहीं देते हैं।विद्यालय की नोडल अधिकारी आकृति गुप्ता ने कहा कि डा कलाम भारतीय युवाओं की प्रेरणा स्रोत हैं। उनकी सादगी व ईमानदारी अभिनन्दनीय व अनुकरणीय है।उन्होंने स्वयं को हमेशा भारत की भावी पीढ़ी से जोड़े रखा।2015 में भारत की युवा शक्ति का मार्गदर्शन करते समय ही उन्होंने इस दुनिया से विदा ली थी।राष्ट्र के प्रति उनकी निष्ठा व समर्पण उच्च कोटि का था।इस अवसर पर अवधेश वाजपेयी, अखिलेश वर्मा,सविता देवी,माया वर्मा,अर्चना शुक्ला, रचना मिश्रा सहित विद्यालय की तमाम छात्राओं की सार्थक उपस्थिति रही।कार्यक्रम का सफल संचालन विज्ञान शिक्षिका कृतिका वर्मा ने किया।