(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- खीरी युवराज दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय, लखीमपुर-खीरी में स्वामी विवेकानन्द जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया। राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य प्रो. हेमन्त पाल द्वारा स्वामी विवेकानन्द व माँ सरस्वती के चित्र पर मार्त्यापण कर किया गया। तत्पश्चात महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानन्द जी के जीवन दर्शन पर आयोजित विचार गोष्ठी में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. सुभाष चन्द्रा ने विषय प्रवर्तन करते हुए स्वामी विवेकानन्द के जीवन दर्शन के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी देकर उनके पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा देते हुए कहा कि युवा विद्यार्थियों को विकसित भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने एवं देश की रक्षा एवं सम्मान लिये संकल्पनिष्ठ होकर आगे बढ़ना चाहिए। राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. संजय कुमार ने स्वामी विवेकानन्द के विचारों को रेखांकित करते हुए कहा कि छात्रों को स्वामी विवेकानन्द से सम्बन्धित साहित्य को पढ़ना चाहिये, जिससे सही अर्थों में उनके विचारों के अनुरूप विद्यार्थीगण देश की सेवा कर सकें। इसी कम में बी.एड विभागाध्यक्ष प्रो. विशाल द्विवेदी ने स्वामी जी के जीवन दर्शन एवं शिक्षाओं को अपनाने पर बल दिया। विचार गोष्ठी के मध्य में अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. ज्योति पंत ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन दर्शन पर आधारित प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया, जिसमें उपस्थित छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विचार गोष्ठी के दौरान राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मा. प्रधानमंत्री एवं मा. मुख्यमंत्री जी के सदेश का सजीव प्रसारण छात्र-छात्राओं को दिखाया गया।विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. हेमन्त कुमार पाल ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि आज के युवाओं को स्वामी विवेकानन्द के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। वर्तमान में युवाओं को भटकाव से बचकर अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना सीखना होगा। साथ ही विद्यार्थियों को डिजिटल एवं तकनीकी के दौर में भी पुस्तकों को पढने की आदत विकसित करनी होगी। विचार गोष्ठी का सफल संचालन प्रो. सुभाष चन्द्रा ने किया। इस इवसर पर प्रो. नीलम त्रिवेदी, डॉ. जे.एन. सिंह, प्रो. मनोज मिश्र, डॉ. इष्ट विभु, मनोज कुमार, श्री देशराज, डॉ. बृजेश शुक्ला, श्वेतांक भारद्वाज, धर्म नारायण के साथ-साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।