बैठक के दौरान ग्रामीणों को नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहने तथा बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार देने के लिए प्रेरित किया गया। अधिकारियों ने कहा कि संस्कारवान और शिक्षित पीढ़ी ही समाज को अपराधमुक्त और मजबूत बना सकती है।
ग्रामीणों से अपील की गई कि वे स्वयं किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल न हों और यदि आसपास कोई ऐसा करता दिखे तो उसे रोकने का प्रयास करें, जिससे आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। इसके साथ ही भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए उनके लाभ उठाने के लिए जागरूक किया गया।
बैठक में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान पर विशेष जोर देते हुए ग्रामीणों से बेटा-बेटी में भेदभाव न करने की अपील की गई। अधिकारियों ने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ने के समान अवसर मिलने से वे देश और समाज के लिए गौरव का कारण बन सकती हैं। साथ ही बेटियों को सुरक्षा बलों में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया गया।
इसके अतिरिक्त ग्रामीणों को यातायात नियमों के पालन के प्रति भी जागरूक किया गया। बैठक के अंत में ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों के इस प्रयास की सराहना करते हुए सहयोग का भरोसा दिलाया।गांव वालों प्रधान प्रेम सिंह ,पृथ्वीराज, छोटेलाल ,कैलाश सिंह हरिद्वारी लाल, गोपाल, विश्राम सिंह बलराम आदि उपस्थित रहे।