
(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलिया कलां (खीरी) लखीमपुर खीरी, 02 दिसंबर। महिला आईटीआई श्रीनगर की बहुप्रतीक्षित भवन परियोजना अब लगभग पूर्णता की ओर है। निर्माण कार्य का 94 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो चुका है। धनराशि की दूसरी किस्त समय से न मिलने के कारण कुछ समय कार्य धीमा रहा, लेकिन डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की लगातार पहल और शासन स्तर पर प्रभावी पत्राचार के बाद बजट रिलीज होते ही काम ने फिर रफ्तार पकड़ ली।
राजकीय आईटीआई श्रीनगर (ब्लॉक फूलबेहड़) की स्थापना के लिए भारत सरकार की 12वीं इम्पावर्ड कमेटी ने 31 जनवरी 2019 को कुल ₹1260 लाख की स्वीकृति प्रदान की थी। इसमें ₹838.88 लाख सिविल कार्य तथा ₹421.22 लाख टूल्स व इक्विपमेंट के लिए निर्धारित किए गए थे। प्रथम किस्त के रूप में जारी ₹630 लाख से UPRNN ने 85% निर्माण पूरा कर उपभोग प्रमाण-पत्र डीएम के माध्यम से निदेशालय को भेज दिया था। द्वितीय किस्त लंबित रहने के कारण कार्य प्रभावित हो रहा था। इसे देखते हुए डीएम द्वारा शासन को लगातार पत्र भेजे गए। इसके परिणामस्वरूप निदेशालय ने 18 सितंबर 2025 को शेष सिविल राशि ₹208.88 लाख जारी कर दी, जो 24 अक्टूबर को कार्यदायी संस्था के खाते में पहुंच गई।
*फिनिशिंग का काम तेज, 31 मार्च 2026 नई डेडलाइन*
बजट उपलब्ध होने के बाद निर्माण कार्य में गति और बढ़ गई। अक्टूबर 2025 तक 94 फीसदी निर्माण पूरा कर लिया गया। वर्तमान में भवनों में पेंटिंग, फिनिशिंग, फिटिंग और अंतिम तैयारियों का कार्य किया जा रहा है। धनराशि के विलंब को देखते हुए निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा परियोजना की नई पूर्णता तिथि 31 मार्च 2026 प्रस्तावित की गई है।
निर्धारित समय में भवन होगा हस्तांतरित
कार्यदायी संस्था ने भरोसा जताया है कि संशोधित टाइमलाइन के भीतर सभी कार्य पूरे कर भवन विभाग को सौंप दिया जाएगा। इसके बाद महिला आईटीआई श्रीनगर को जल्द ही संचालित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिससे क्षेत्र की बालिकाओं और युवतियों को तकनीकी शिक्षा के नए अवसर मिल सकेंगे।
