।समाज सेवी राजेश भारतीय एड.।

(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलिया कलां (खीरी) दुधवा में संपन्न हुई बाघ फाउंडेशन की बैठक की प्रशंसा करते हुए समाज सेवी राजेश भारतीय एडवोकेट ने इसे अच्छा कार्य बताया पर उन्होंने दुधवा से सटे क्षेत्र के गांवों में गरीब ,मजदूर ,किसानों और उनके बच्चों में बाघ और तेंदुए आदि की हो रही घटनाओं को लेकर इतना भय है कि किसान डर के कारण खेतों में नहीं जा पा रहे हैं। इन गांवों में रहने वाले बच्चे डर के कारण घर से समय से नहीं निकल पा रहें हैं ।और उनकी पढ़ाई में बाधा हो रही है ।इस प्रकार दुधवा टाइगर रिजर्व /पीलीभीत के सटे गांवों के बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है क्योंकि बच्चे समय से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।प्रशासन को गरीब, मजदूर किसानों के चिंता नहीं प्रतीत होती है। कहीं तेंदुओं का आतंक है तो कहीं बाघों आदि का आतंक है खीरी / पीलीभीत/बहराइच क्षेत्र में दर्जनों बच्चे जंगली जानवरों के शिकार हो गए हैं। सरकार को इन गरीब ,मजदूरों, किसानों की चिंता प्राथमिकता के आधार पर करनी चाहिए। राजेश भारतीय ने कहा कि दुधवा में सरकार को वाचरों की संख्या बढ़ानी चाहिए, गश्त बढ़ानी चाहिए ,बैरिकेडिंग होनी चाहिए तथा संसाधन बढ़ाने चाहिए । प्रतीत होता है दुधवा पार्क अभिजात वर्ग के लिए है गरीब किसानों के लिए नहीं है। दुधवा टाइगर रिजर्व के सटे गांवों के प्रधानों के साथ बैठक कर भी इस समस्या का कुछ समाधान हो सकता है। राजेश भारतीय ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि सरकार में विपक्ष की भूमिका ही नहीं है वह सत्ता पक्ष की चापलूसी में लगे रहते हैं ।जनहित के कोई कार्य में रुचि नहीं रखते हैं। राजेश भारतीय ने बताया कि शीघ्र ही इस मामले में एक जनहित याचिका उच्च न्यायालय में योजित की जाएगी।

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