(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलिया कलां (खीरी)लखीमपुर खीरी 07 अक्टूबर। मंगलवार को गत वर्षो की भांति खीरी में महर्षि वाल्मीकि जयंती हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाई गई। मंदिरों में दीप प्रज्वलन, दीपदान के साथ-साथ वाल्मीकि रामायण का अखंड पाठ शुरू किया गया।

इस अवसर पर शासन के निर्देश पर जिले की सभी तहसील, विकासखंड एवं नगरीय निकाय स्तर पर विभिन्न मंदिरों में संस्कृति विभाग में पंजीकृत सांस्कृतिक भजन मंडलियों ने रामायण का अखंड पाठ शुरू किया। फॉरेस्ट कॉलोनी मंदिर में पूजा-प्रतिष्ठा का आयोजन हुआ, जिसमें सीडीओ अभिषेक कुमार ने महार्षि वाल्मीकी जी की चित्र पर माल्यार्पण किया तथा अखंड रामायण पाठ शुरू कराया। साथ ही महर्षि वाल्मीकी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए श्रद्धालुओं को महर्षि वाल्मीकी जी के पद चिन्हों पर चलने हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही जनपद के विभिन्न वाल्मीकी मंदिरों में प्रतिमा का माल्यापर्ण, भजन-कीर्तन तथा प्रसाद वितरण किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक कुमार ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि वैदिक काल में महान ऋषियों में आते हैं। महर्षि वाल्मीकि को आदि कवि के नाम से भी जाना जाता है, उनके द्वारा रचित विश्व प्रसिद्ध कालजयी कृति रामायण महाकाव्य सामाजिक मूल्यों, मानव मूल्यों एवं राष्ट्र मूल्यों की स्थापना का आदर्श है। कहा कि वाल्मीकि रामायण में निहित मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्य एवं राष्ट्रीय मूल्यों से जन सामान्य को जोड़ना है।

इस अवसर पर डीडीओ गजेंद्र प्रताप सिंह, सीवीओ डॉ. दिनेश सचान, पर्यटन सूचना अधिकारी संजय भंडारी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी और श्रद्धालु मौजूद रहे। पूरे जिले में दिनभर श्रद्धा और आस्था का माहौल बना रहा। शहर में भुइंफोरवानाथ मंदिर, मुड़िया महंत मंदिर, राम नवमी मंदिर धौरहरा और मंगला देवी मंदिर गोला गोकर्णनाथ सहित जिलेभर में बड़ी संख्या में प्रमुख मंदिरों में रामायण पाठ शुरू हुआ।

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