(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलियाकलां- (खीरी)लखीमपुर खीरी, 16 जुलाई। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही मंगलवार को कृषि विज्ञान केंद्र, मझरा पहुंचे। उन्होंने इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (आईसीएआर) के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में किसानों से संवाद किया और वैज्ञानिक खेती को अपनाने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में गोला विधायक अमन गिरी, कृषि निदेशक डॉ. पंकज त्रिपाठी, अपर कृषि निदेशक बी एवं प्रक्षेत्र डॉ. अमरनाथ मिश्रा, संयुक्त कृषि निदेशक अजय कृष्णा, डीडी कृषि गिरीश चंद्र व जिला कृषि अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह समेत कृषि विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।

किसानों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि केवल गन्ने पर आधारित खेती से किसान को दीर्घकालिक लाभ नहीं मिल सकता। उन्होंने किसानों से दलहनी, तिलहनी और मक्का जैसी फसलों की ओर रुख करने की बात कही। मंत्री ने वैज्ञानिकों द्वारा सुझाई गई उर्वरक की मात्रा और समयबद्ध प्रयोग को जरूरी बताया।कृषि मंत्री ने कृषि विज्ञान केंद्र के प्रक्षेत्रों का निरीक्षण किया, जहां उन्हें गन्ने की 25 प्रजातियां दिखाई गईं। इसके अलावा उन्होंने श्री अन्न उत्पादन और केंद्र में विकसित अन्य कृषि तकनीकों की भी जानकारी ली।

इसके बाद कृषि मंत्री ने क्रभको उर्वरक वितरण केंद्र और वर्मा इंटरप्राइजेज का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अभिलेखों की जांच की गई और किसानों से फीडबैक लिया गया। मंत्री ने किसानों को संतुलित मात्रा में खाद के प्रयोग की सलाह दी और अनावश्यक भंडारण से बचने की चेतावनी भी दी। मंत्री ने वर्मा इंटरप्राइजेज पर अधिकारियों की टीम से खाद के गुणवत्ता परीक्षण के लिए नमूने भी अपनी मौजूदगी में संग्रहित कराये।
*कृषि मंत्री ने लिया कृषि महाविद्यालय जमुनाबाद का जायजा*

*छात्रों व किसानों से किया संवाद, व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ करने का दिया आश्वासन*

प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही मंगलवार को जनपद खीरी के गोला गोकर्णनाथ क्षेत्र स्थित कृषि महाविद्यालय, जमुनाबाद पहुंचे। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा संचालित इस महाविद्यालय के निरीक्षण के दौरान मंत्री ने छात्रों व उपस्थित किसानों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं।

कृषि मंत्री ने महाविद्यालय परिसर का गहन भ्रमण कर शिक्षण व्यवस्था, शोध प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय, कृषि प्रक्षेत्र व छात्रावास की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता और शोध के अधिक अवसर प्रदान करने पर बल दिया।

निरीक्षण के दौरान कृषि मंत्री ने छात्रों को कृषि विज्ञान में नवाचार के लिए प्रेरित किया। किसानों से संवाद करते हुए उन्होंने आधुनिक और वैज्ञानिक तरीकों से खेती करने, उन्नत किस्मों के प्रयोग और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि शिक्षा को और अधिक व्यावहारिक व तकनीकी बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है। इस महाविद्यालय को भी राज्य का एक प्रमुख कृषि शोध केंद्र बनाने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। इसी के साथ कृषि मंत्री ने राजकीय कृषि प्रक्षेत्र जमुनाबाद ब कृषि विज्ञान केंद्र जमुनाबाद का निरीक्षण किया। वैज्ञानिकों को कृषकों से सतत संवाद कर नवीन तकनीक के उपयोग पर जागरूकता ब नवीन प्रजाति के बीज उत्पादन करने के निर्देश दिए।

*कृषि मंत्री ने बीज प्रक्षेत्र में कार्यालय भवन का उद्घाटन, ट्रैक्टर की चाबी सौंपी,

*कृषि मंत्री ने पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश*

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राजकीय कृषि बीज संवर्द्धन प्रक्षेत्र, जमुनाबाद पर नवनिर्मित कार्यालय भवन का लोकार्पण किया तथा सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन योजना के अंतर्गत फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना हेतु लाभार्थी कृषक उत्पादक संगठन को 80 फीसदी अनुदान पर अनुमन्य ट्रैक्टर की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी तथा एक पेड़ माँ के नाम महाअभियान के अंतर्गत परिसर में पौधारोपण किया।

कृषि मंत्री ने कहा कि यह प्रयास क्षेत्रीय कृषकों को तकनीकी सशक्तिकरण, यंत्रीकरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करेंगे।
सभी किसान भाई-बहनों के सहयोग से प्रदेश कृषि क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छुएगा। इस दौरान विधायक अमन गिरी, चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह , निदेशक कृषि पंकज त्रिपाठी , अपर निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र अमरनाथ मिश्र उपस्थित रहे।

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