(ओमप्रकाश ‘सुमन’)

पलिया कलां (लखीमपुर खीरी), 27 अप्रैल। भारत और नेपाल के बीच आपसी विश्वास और सीमाई सुरक्षा को और प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से पलिया स्थित 39 बटालियन एसएसबी गदनिया में एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में भारत की ओर से लखीमपुर खीरी जिले के डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी संकल्प शर्मा, वन विभाग तथा एसएसबी के अधिकारी उपस्थित रहे, वहीं नेपाल की ओर से कैलाली और कंचनपुर अंचल के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

बैठक की शुरुआत दोनों देशों के प्रतिनिधियों द्वारा परिचय सत्र के साथ हुई, जिसमें आपसी विश्वास और सहयोग को और मजबूत करने पर विशेष बल दिया गया। प्रतिनिधियों ने सीमावर्ती मुद्दों को सौहार्द्र और पारस्परिक समझदारी के साथ सुलझाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

बैठक में सीमा स्तंभ, नो मैन्स लैंड पर अतिक्रमण, संदिग्ध व्यक्तियों को रोकने के उपाय, सीमा चौकी, मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी, वाहन चोरी, आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण, अवैध शिकार, अवैध वनों की कटाई पर गहन मंथन हुआ। इसके साथ ही सीमा पर चौकसी बरतने, अपराधियों पर लगाम लगाने सहित कई विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में अधिकारियों ने मादक पदार्थों की तस्करी, अपराधियों की धर पकड़ सीमा के दोनों तरफ कैसे की जाए, जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमा के दोनों ओर अपराधियों को संरक्षण ना मिल सके आदि महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर कार्ययोजना बनाई।

डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच केवल भौगोलिक सीमाएं नहीं हैं, बल्कि ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रिश्तों की एक गहरी और
मजबूत नींव भी है। दोनों देश ऐसे मित्र राष्ट्र हैं, जिनके बीच सीमाएं तो हैं, लेकिन दिलों की दूरियां कभी नहीं रहीं। हमारी साझा सांस्कृतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक विरासत हमें जोड़ती है। आज हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस विरासत को सुरक्षित रखते हुए अपनी सीमाओं को भी पूरी तरह सुरक्षित और
अपराधमुक्त बनाएं।

एसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि सीमा सुरक्षा तभी संभव है जब दोनों देशों की एजेंसियां एक-दूसरे के साथ निरंतर संवाद करें, सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान हो और संयुक्त कार्रवाई की प्रभावी प्रणाली विकसित की जाए। हमें तस्करी, मानव तस्करी, अवैध शिकार और अन्य अपराधों पर मिलकर सख्त नियंत्रण करना होगा।

नेपाल के सीडीओ (मुख्य जिलाधिकारी) कैलाली गोगन बहादुर हमाल, सीडीओ कंचनपुर लक्ष्मण ढकल ने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध सदियों पुराने, गहरे और विश्वास से भरे हुए हैं। हमारी सीमाएं केवल भौगोलिक विभाजन नहीं हैं, बल्कि हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव की रेखाएं भी हैं। इस साझा विरासत और विश्वास को कायम रखते हुए हमारी प्राथमिकता है कि हम सीमा क्षेत्र को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाएं।

*साझा संकल्प: सुरक्षित और अपराधमुक्त सीमाएं*
बैठक के अंत में दोनों देशों के अधिकारियों ने सीमाई क्षेत्र को सुरक्षित, अपराधमुक्त और शांतिपूर्ण बनाने के लिए लगातार संवाद और सहयोग जारी रखने का संकल्प लिया। भविष्य में भी ऐसी समन्वय बैठकें नियमित अंतराल पर आयोजित करने पर सहमति बनी।

बैठक में भारत की ओर से डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी संकल्प शर्मा, डीएफओ सौरीस सहाय, सशस्त्र सीमा बल 39वीं, 49वी, 70वी और 03 बटालियल के कमांडेंट, एडीएम संजय कुमार सिंह, एसडीएम राजीव निगम, रत्नाकर मिश्रा, सीओ महक शर्मा, यादवेद्र कुमार, जिला आबकारी अधिकारी राजवीर सिंह, औषधि निरीक्षक, अधीक्षक सिस्टम संजय मिश्रा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी गण मौजूद रहे।

नेपाल की ओर से कंचनपुर और कैलाली के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। सीडीओ (मुख्य जिलाधिकारी) कैलाली गोगन बहादुर हमाल, सीडीओ कंचनपुर लक्ष्मण ढकल, एसीडीओ किरण जोशी, परसु राम पोखरेल, एसपी पदम बहादुर बिस्ट, चक्रराज जोशी, एसपी (एपीएफ) सुरेंद्र राज रंजीत, लोकेन्द्र देवभट्ट, सब इन्वेस्टिगेशन डायरेक्टर मोहन बहादुर कुवंर, नरेश बहादुर बम, डिविजनल फॉरेस्ट ऑफीसर राम बिचारी ठाकुर, रामचन्द्र कैंडेल, कृष्णा भट्ट, सीनियर कंजर्वेशन ऑफिसर चन्द्रशेखर चौधरी, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर डंबर प्रसाद धीतल, प्रशासनिक अधिकारी शिव राज जोशी, कस्टम अधिकारी प्रकाश तिमिलसेना, इंजीनियर प्रमोद चौधरी, पशु स्वास्थ्य तकनीशियन पुष्पा धामी शामिल हुए।

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