(ओमप्रकाश ‘सुमन’)
पलियाकलां- (खीरी) दिनांक 13 फरवरी 2025 को 39वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, पलिया द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कमांडेंट रवीन्द्र कुमार राजेश्वरी ने की । कार्यक्रम का आयोजन वाहिनी मुख्यालय पलिया एवं सीमा चौकी सुमेरनगर में किया गया, जिसमें वाहिनी के सभी अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, जवान तथा स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया ।
कार्यक्रम की शुरुआत कमांडेंट रवीन्द्र कुमार राजेश्वरी के प्रेरणादायक संबोधन के साथ हुई, जिसमें उन्होंने नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए सामूहिक प्रयासों पर जोर दिया । उन्होंने बताया कि नशा न केवल व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, बल्कि यह समाज में अपराध, गरीबी, और अस्थिरता को भी बढ़ावा देता है ।
अभियान के अंतर्गत नशा उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से साइकिल रैली एवं केन्द्रीय विद्यालय स.सी.बल गदनिया कैम्प के छात्रों के साथ पैदल मार्च का आयोजन किया गया एवं आसपास के क्षेत्रों से गुजरते हुए लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया । पलिया हॉस्पिटल से आए डॉ.अभिषेक कुमार (डेंटिस्ट), डॉ. दीपिका (एल.एम.ओ.), श्रीमती प्रज्ञा मिश्रा (सिस्टर इंचार्ज) द्वारा नशे के प्रयोग से दुष्परिणामों के बारे में जवानों को अवगत कराया गया ।
रैली के दौरान वाहिनी के कार्मिकों ने “नशा छोड़ो, जीवन से नाता जोड़ो”, “स्वस्थ समाज, नशा मुक्त समाज”, जैसे नारे लगाकर लोगों को नशा विरोधी संदेश दिया । रैली का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों, विशेषकर युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना था ।
वाहिनी की सीमा चौकी सुमेरनगर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस दौरान नशा उन्मूलन विषय पर कई महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए गए । अधिकारियों ने नशे के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, और आर्थिक प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की । उन्होंने बताया कि नशा व्यक्ति के आत्म-विश्वास को कमजोर करता है और परिवारिक एवं सामाजिक संबंधों को नष्ट करता है
कार्यक्रम के दौरान नशा मुक्ति के लिए चलाए जा रहे सरकारी प्रयासों और पुनर्वास केंद्रों के बारे में भी जानकारी दी गई ताकि जरूरतमंद लोग इन सेवाओं का लाभ उठा सकें । जवानों ने नशे के विरुद्ध शपथ भी ली और स्थानीय लोगों को भी नशामुक्त जीवन जीने की शपथ दिलाई ।
कमांडेंट का संदेश:-
कमांडेंट रवीन्द्र कुमार राजेश्वरी ने अपने संबोधन में कहा:-
“नशा न केवल व्यक्ति के जीवन को नष्ट करता है, बल्कि परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है । हमें नशे के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा और जागरूकता फैलानी होगी ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य की ओर अग्रसर हो सके ।”
उन्होंने स्थानीय समुदाय से अपील की कि वे नशा विरोधी अभियानों में सक्रिय भागीदारी करें और अपने परिवार व समाज को इस बुराई से मुक्त रखने में सहयोग दें ।
कार्यक्रम का प्रभाव:-
इस जागरूकता कार्यक्रम और साइकिल रैली ने नशा उन्मूलन के प्रति स्थानीय लोगों के बीच एक सकारात्मक संदेश दिया । सीमावर्ती क्षेत्रों के ग्रामीणों ने भी इस पहल की सराहना की और नशे के खिलाफ लड़ाई में सहयोग का वादा किया ।
इस प्रकार का आयोजन नशे की समस्या से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है और यह निश्चित रूप से समाज को नशामुक्त बनाने की दिशा में सार्थक परिणाम देगा ।